नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी को 'नीच' कहने वाले मणिशंकर अय्यर पर कांग्रेस ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की है. कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.
क्या मोदी भी ऐसा साहस दिखाएंगे: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर बताया, ''यही है कांग्रेस का गांधीवादी नेतृत्व व विरोधी के प्रति सम्मान की भावना. कांग्रेस पार्टी ने श्री मणिशंकर अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी कर प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया है. क्या मोदी जी कभी यह साहस दिखाएंगे?''
'शर्तों के साथ' मणिशंकर ने मांगी थी माफी
प्रधानमंत्री मोदी को 'नीच' कहने पर बवाल बढ़ने के बाद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने माफी मांग ली है. मणिशंकर अय्यर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, ''हां मैंने नीच शब्द का इस्तेमाल किया. मैं हिन्दी भाषी नहीं हूं, मैं अपने मन में पहले अंग्रेजी से हिंन्दी में ट्रांसलेट करता हूं. मैंने अपने मन में 'THIS LOW PERSON' का अनुवाद किया. अगर नीच का अर्थ कुछ और है तो मैं माफी मांगता हूं. मेरे साथ ये पहली बार नहीं हुआ, पहले भी ऐसे हो चुका है. लेकिन मैं फिर भी कहूंगा कि प्रधानमंत्री की भाषा कांग्रेस नेताओं के लिए अच्छी नहीं है.'' आपको बता दें कि मणिशंकर अय्यर ने सफाई देते हुए 6 बार माफी का जिक्र किया.
पीएम ने किया था हमला- मैं नीच जाति का हूं लेकिन काम ऊंचे किए
मणिशंकर अय्यर के बयान पर आज गुजरात प्रचार के आखिरी दिन सूरत में प्रधानमंत्री ने जमकर हमला किया. उन्होंने मणिशंकर अय्यर के बयान को गुजरात का अपमान बताया. उन्होंने कहा, "ऊंच-नीच इस देश के संस्कार नहीं हैं, मुगल संस्कार वालों को मेरे जैसे का अच्छा कपड़ा पहनना सहन नहीं होता. मैं भले नीच जाति का हूं लेकिन काम ऊंचे किये हैं.''
प्रधानमंत्री ने कहा, ''चुनाव में हार सामने देखकर कांग्रेस दिग्गजों का मानसिक संतुलन खराब हो गया है. मुझे भले ही कोई नीच कहे लेकिन मेरी अपील है कोई उनके खिलाफ मर्यादा का उल्लंघन ना करें. पीएम मोदी ने कहा कि देश के पीएम के लिए ऐसे शब्द...हमारा कोई भी कार्यकर्ता किसी भी फोरम पर इसका जवाब ना दे. गुजराती और बीजेपी के ऐसे संस्कार नहीं हैं. मणिशंकर के शब्द उन्हें मुबारक. 9 और 14 दिसंबर को कमल को वोट देकर नीच का जवाब दीजिए.''
राहुल ने कहा- माफी मांगे मणिशंकर अय्यर
मणिशंकर अय्यर के बयान पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नाराजगी जताई है. राहुल गांधी ने कहा मैं उम्मीद करता हूं कि मणिशंकर अय्यर माफी मांगेंगे. राहुल ने ट्वीट किया, "बीजेपी और प्रधानमंत्री लगातार कांग्रेस के खिलाफ गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. कांग्रेस की संस्कृति और इतिहास अलग है. मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री के लिए जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, मैं इसकी सराहना नहीं करता. कांग्रेस पार्टी और मैं उम्मीद करते हैं कि मणिशंकर जी माफी मांगेंगे.''
क्या कहा था मणिशंकर अय्यर ने?
पीएम मोदी पर बाबा साहेब के अपमान का आरोप लगाते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा था, ''अंबेडकर जी की जो सबसे बड़ी ख्वाहिश थी उसे साकार करने में एक व्यक्ति का सबसे बड़ा योगदान था और उनका नाम था जवाहर लाल नेहरू. अब इस परिवार के बारे में गंदी बातें कहें और वो भी जबकि अंबेडकर जी याद एक बहुत बड़ी इमारतद का उद्घाटन हो रहा है. मुझे लगता है ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है, ऐसे मौके पर इस प्रकार की राजनीति क्या आवश्यकता है.''
पहली बार मणिशंकर ने नहीं दिया है विवादित बयान- पीएम को कहा था चायवाला
आपको बता दें कि साल 2014 में भी आम चुनाव के प्रचार के दौरान मणिशंकर अय्यर ने तत्कालीन बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था. तब मणिशंकर ने नरेंद्र मोदी का मज़ाक उड़ाते हुए कहा था कि चाय वाला इस देश का पीएम नहीं बन सकता. तब बीजेपी ने मणिशंकर अय्यर के उस बयान को राजनीतिक रंग दे दिया और मोदी की टीम ने 'चाय पर चर्चा' जैसी मुहिम का आगाज़ कर खूब सियासी फायदा लूटा.
राहुल गांधी के चुनाव को लेकर कर चुके हैं सेल्फ गोल
दो दिन पहले भी मणिशंकर अय्यर ने राहुल गांधी के अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी और चुनाव पर कांग्रेस का बचाव करते हुए पार्टी को बैकफुट पर लाने वाला बयान दिया. कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए राहुल गांधी के नामांकन भरने के बाद एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में मणिशंकर अय्यर ने कहा था, "जहांगीर की जगह जब शाहजहां आए थे तो क्या तब चुनाव हुआ था. जब शाहजहां की जगह पर औरंगजेब आए तो क्या जब चुनाव हुआ था?" उन्होंने आगे कहा था, "पहले से पता था कि जो भी बादशाह हैं उनकी औलाद ही बादशाह बनेगी." मणिशंकर अय्यर के इस बयान के बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव पर हमला किया था और कहा कि कांग्रेस को औरंगजेब राज मुबारक हो.