नई दिल्ली: एयर इंडिया की हिस्सेदारी बिक्री प्रक्रिया में शुरुआती बोलियां नहीं मिलने पर कांग्रेस ने बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार का मखौल उड़ाया और कहा कि मौजूदा सरकार को कंपनी के पुनर्निर्माण के लिए धन देना चाहिए. पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार को राष्ट्रीय विमानन कंपनी का जिम्मा कर्मचारी सहकारी समिति को सौंप देना चाहिए. सरकार की घोषणा के बाद मनीष ने ट्वीट किया , ‘‘पांच लाख करोड़ की एयर इंडिया को घनिष्ट मित्रों को कौड़ियों के दाम बेचने का ‘‘एनडीए / बीजेपी का प्रयास धराशायी हो गया. एक भी बोली नहीं आई . क्यों नहीं सरकार इसे बाबुओं की बजाए कर्मचारी सहकारी समिति को सौंप देती.’’ वहीं मुंबई कांग्रेस प्रमुख संजय निरूपम ने एयरलाइन के स्टॉफ को बधाई दी और कहा कि उनकी लड़ाई रंग लाई.






वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइन (एयर इंडिया) का सरकार विनिवेश करना चाहती है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार को शाम पांच बजे तक एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया के तहत कोई एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) प्राप्त नहीं हुआ. मंत्रालय ने एक ट्वीट के जरिए कहा, "सौदे के सलाहकार की ओर से मिली सूचना के अनुसार एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश के लिए जारी एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली." मंत्रालय ने कहा कि आगे की कार्रवाई समुचित ढंग से तय की जाएगी. सरकार ने एक मई को बोली प्राप्त करने की अंतिम तारीख 14 मई से बढ़ाकर 31 मई कर दी थी.