नई दिल्ली: कांग्रेस ने केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में हुए विस्तार और फेरबदल को ‘अधिकतम सरकार और शून्य शासन’ करार दिया है. कांग्रेस के अलावा बीजेपी की सहयोगी दल शिवसेना भी इससे खासी नाराज नजर आ रही है. यही नहीं लालू प्रसाद यादव ने भी इस मौके का फायदा उठाते हुए नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है.


कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा-


कांग्रेस ने मंत्रिपरिषद में शामिल किये गये मंत्रियों की उम्र को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा है कि मोदी कैबिनेट ‘सीनियर सिटीजन क्लब’ बन गई है.


पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, “1.24 अरब की आबादी वाले जिस देश में औसत उम्र 27 साल हो, वहां मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए नए मंत्रियों की औसत उम्र 60.44 साल है.” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ओर तो युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लच्छेदार भाषण देते हैं, वहीं उनका मंत्रिमंडल ‘सीनियर सिटीजन क्लब’ बन गया है.


उन्होंने कहा कि सबसे आश्चर्यजनक बात ये है कि कर्नाटक के अनंत कुमार हेगड़े को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि एक वीडियो सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है जिसमें हेगड़े को उत्तरी कर्नाटक के कारवाड़ के एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों को कथित रूप से पीटते हुए दिखाया गया है.


तिवारी ने कहा, ‘‘हेगड़े का सांप्रदायिक रूप से ध्रुवीकरण के प्रयास करने का पुराना रिकॉर्ड रहा है. उन्हें सरकार में शामिल करने से यह साफ संकेत है कि बीजेपी कर्नाटक में सांप्रदायिकता फैलाना चाहती है.’’


तिवारी ने आगे कहा, “इस मंत्रिमंडल विस्तार से यह भी पता चलता है कि इस बारे में निर्णय लेने में प्रधानमंत्री मोदी कहीं नहीं हैं. ऐसा लगता है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भारत के प्रधानमंत्री हों.’’ उन्होंने कहा कि चार नौकरशाहों को मंत्रिपरिषद में जगह देने का मतलब साफ है कि प्रधानमंत्री को बीजेपी और अपने राजनीतिक सहयोगियों की काबिलियत पर कोई भरोसा नहीं रह गया है. इसीलिए नौकरशाहों को जगह दी गई है. इनमें से दो (हरदीप सिंह पुरी और अल्फांसो कन्नथम) तो सांसद भी नहीं हैं.


उन्होंने कहा कि आज के मंत्रिपरिषद में हुए विस्तार एवं फेरबदल का एक ही संदेश है, ‘‘अधिकतम सरकार शून्य शासन.’’ कांग्रेस नेता ने निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी का दर्जा बढ़ाये जाने को महज प्रतीकात्मक बताते हुए यह उम्मीद जतायी कि जिस प्रकार निर्मला सीतारमण के कार्यकाल में देश के आयात-निर्यात में लगातार गिरावट आयी है, वैसी ही तस्वीर रक्षा मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल में न बने.


शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत बोले-



(फाइल फोटो)

केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में हुए बड़े फेरबदल के बीच, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि एनडीए ‘मृतप्राय’ है और बीजेपी को इसकी केवल तब याद आती है जब उसे समर्थन की जरूरत पड़ती है.


बीजेपी की लंबे वक्त से सहयोगी होने के बावजूद शिवसेना कई मुद्दों पर बीजेपी के साथ टकराव की स्थिति में रहती है. केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में शिवसेना के एकमात्र सदस्य के रूप में भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते हैं.


राउत ने कहा, ‘‘बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का अस्तित्व केवल कागजों पर है. जब भी बीजेपी को राष्ट्रपति चुनाव जैसी स्थिति या संसद में कुछ समर्थन की जरूरत होती है तो हमारी याद आती है.’’


राउत ने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘एनडीए मृतप्राय है. यह सिर्फ गठबंधन के सहयोगी दलों की बैठक तक सीमित है.’’ राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा, ‘‘हम मंत्री पद या सत्ता के भूखे नहीं हैं. फेरबदल राजनीतिक कारणों से आंकड़ों का खेल होता है और हम सही समय पर उचित रुख अपनाएंगे.’’


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल करते हुए चार राज्यमंत्रियों को कैबिनेट पद से नवाजा और चार पूर्व सरकारी अधिकारियों सहित नौ नए चेहरों को राज्यमंत्री बनाया है.


 


आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने नीतीश पर किया कटाक्ष-



आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने दावा किया कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल फेरबदल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार की जेडीयू को आमंत्रित तक नहीं किया.


लालू ने आरोप लगाया, ‘‘जेडीयू के कुछ नेताओं ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए नया कुर्ता पायजामा और बंडी सिलवाई थी, लेकिन आमंत्रण ही नहीं मिला.’’


उन्होंने कहा, ‘‘मोदी और शाह का अपने नए सहयोगी और उसके प्रमुख नीतीश कुमार के सामने झुकना असंभव है.’’ पूर्व गृह सचिव और भाजपा के सासंद आर के सिंह को मोदी सरकार में शामिल किये जाने पर लालू ने कहा कि पूर्व नौकरशाह को उनके व्यापक अनुभव के लिए कैबिनेट मंत्री के रूप में लाया जाना चाहिए था.