Sonam Wangchuk: दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर से सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को हिरासत में ले लिया है. वो 700 किलोमीटर लंबी 'दिल्ली चलो पदयात्रा' करते हुए दिल्ली में प्रवेश कर रहे थे. उन्होंने महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट जाने की घोषणा की थी. उनके साथ लद्दाख के करीब 150 लोग भी थे. उन्हें भी पुलिस ने डिटेन कर लिया है. सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक काफी समय से केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. 


इसी मांग को लेकर वो दिल्ली की ओर मार्च कर रहे थे. इसको लेकर पहले ही सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था. वहीं, अब कांग्रेस ने सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को हिरासत में लिए जाने पर निशाना साधा है.


कांग्रेस ने साधा निशाना 


एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को हिरासत में लिए जाने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, "आजादी के बाद पहली बार ऐसा देखा जा रहा है कि किसानों, पर्यावरणविदों और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने वालों के लिए दिल्ली के दरवाजे बंद हैं. आप उन लोगों के लिए ताला लगा रहे हैं जो राजघाट जाना चाहते हैं. राजघाट संविधान में विश्वास करने वालों के लिए एक पवित्र स्थान है. यह एक पाप है जो भाजपा सरकार ने किया है."


सोनम वांगचुक से मिलने जाएंगी दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी


दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सोनम वांगचुक से मिलने जाएंगी. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "मैं आज दोपहर 1 बजे सोनम वांगचुक से मिलने बवाना पुलिस स्टेशन जाऊंगी. सोनम वांगचुक और हमारे 150 लद्दाखी भाई-बहन शांतिपूर्वक दिल्ली आ रहे थे. पुलिस ने उन्हें रोक लिया है. कल रात से ही उन्हें बवाना पुलिस स्टेशन में कैद करके रखा गया है."