नई दिल्ली: एक पत्रकार और टीवी रेटिंग एजेंसी बार्क के पूर्व सीईओ पार्थोदास गुप्ता की लीक हुए कथित व्हाट्सएप चैट को लेकर आद कांग्रेस ने मोदी सरकार और गोस्वामी पर जमकर निशाना साधा. पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि पत्रकार अर्नब गोस्वामी और पार्थोदास गुप्ता के बीच पुलवामा में 40 जवानों की शाहदत को लेकर जैसी भाषा का इस्तेमाल हुआ वो चौंकाने वाली है. कांग्रेस की ओर से इस मुद्दे पर जवाब देने के लिए दिग्गजों की फौज उतरी. इसमें सलमान खुर्शीद, एके एंटनी, सुशील कुमार शिंदे और गुलाम नबी आजाद से जैसे नेता शामिल थे.
गोपनीय जानकारी लीक करना राष्ट्रद्रोह, इस गुनाह की सजा मिले- एंटनी
पूर्व रक्षा मंत्री एंटनी ने कहा, ''ये व्हाट्सएप बातचीत पूरे देश के लिए चिंता का विषय है. हर देशभक्त भारतीय स्तब्ध है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय है. यह हमारे सशस्त्र बलों खासकर वायु सेना के जवानों की सुरक्षा से जुड़ा है.'' उनके मुताबिक, देश के आम लोगों और राजनीतिक दलों के बीच कई मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय आता है तो फिर पूरा देश एक होता है.
उन्होंने कहा, ''राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी और बहुत संवेदनशील जानकारी कुछ ऐसे लोगों के पास थी जिनके पास नहीं होनी चाहिए. शहीद जवानों के बारे में जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया उससे मैं बहुत दुखी हूं.'' पूर्व रक्षा मंत्री ने सवाल किया, ''सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे सिर्फ चार-पांच लोगों को इस तरह के अभियान के बारे में पता होता है, ऐसे में बालाकोट एयर स्ट्राइक से कुछ दिनों पहले एक पत्रकार को इस बारे में कैसे पता चला?''
उन्होंने कहा, ''गोपनीय जानकारी लीक करना एक आपराधिक कृत्य है. सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना राष्ट्र विरोधी कृत्य और राष्ट्रद्रोह है. इस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की जांच जरूरी है.'' पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, ''संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे. सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत जो करना चाहिए था वो नहीं किया. मुझे उम्मीद है कि जांच होगी और जो गुनाह हुआ है उसकी सजा मिलेगी.''
पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने व्हाट्सएप बातचीत में न्यायपालिका के संदर्भ में कथित तौर पर उल्लेख होने का हवाला देते हुए कहा, ''न्यायपालिका न्याय का मंदिर है. इस व्हाट्सएप बातचीत में जो बातें सामने आई है, वो बहुत दुखद है. गंदी राजनीति से न्यायपालिका को दूर रखा जाना चाहिए.'' उन्होंने कहा, ''इस बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के बारे में जो बातें की गई हैं वो बहुत दुखद हैं. ये बातें बहुत विचिलित करती हैं.''
राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ होते हुए इस देश ने नहीं देखा- पवन खेड़ा
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, ''73 साल के इतिहास में राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ होते हुए इस देश ने नहीं देखा. आजाद हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री, उनके कार्यालय, गृहमंत्री एवं पूरी सरकार की मर्यादा को छिन्न-भिन्न होते हुए भी यह देश देख रहा है. न्यायपालिका पर, देश के संविधान की शपथ लेने वालों पर ऐसा प्रश्न चिन्ह पहले कभी नहीं लगा. 73 सालों में ऐसी गंदगी जहां संविधान परंपरा, परिपाटी, नियम, कानून सब देश के सर्वोच्च नेतृत्व के हाथों छिन्न भिन्न हो रहे हैं.''
पवन खेड़ा ने कहा, ''मैं उम्मीद करता हूं कि देश आखिरी बार यह मंजर देश रहा है. बड़े-बड़े दिखने वाले लोग कितने बौने हो जाते हैं कि अपना ईमान एक ऐसे व्यक्ति के साथ मिलकर जो अपने आप को पत्रकार कहता है, बेच रहे हैं. देश के साथ जो खिलवाड़ प्रधानमंत्री जी, अमित शाह साहब एवं अर्नब गोस्वामी (जो खुद को पत्रकार कहते हैं, लेकिन मैं उन्हें पत्रकार नहीं कहूंगा) ने मिलकर जो किया वो पूरा देश स्तब्ध होकर देख रहा है.''
गौरतलब है कि ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बीएआरसी) के पूर्व सीईओ दासगुप्ता को मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने गत वर्ष 24 दिसम्बर को कथित टीआरपी हेराफेरी मामले में गिरफ्तार किया था. ब्लड शुगर बढ़ने के बाद दासगुप्ता को शनिवार को सरकारी जे. जे. अस्पताल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मुंबई पुलिस ने इससे पहले अदालत को बताया था कि ‘रिपब्लिक टीवी’ के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी ने समाचार चैनल के दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए दासगुप्ता को ‘‘लाखों रुपये’’ की रिश्वत कथित तौर पर दी थी.
यह भी पढ़ें
बाइडेन के शपथ समारोह से नदारद रहेंगे ट्रंप, लेकिन ऐसा करने वाले पहले निर्वतमान राष्ट्रपति नहीं
US Inauguration Day 2021: पद की शपथ लेते वक्त क्या कहते हैं अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति? जानिए