Parliament Session 2021: संसद के शीतकालीन सत्र की बैठक आज अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है. इस सत्र के दौरान लोकसभा में 18 बैठकें हुईं और सदन का प्रदर्शन करीब 82 फीसदी रहा. सदन में पक्ष और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध के कारण करीब 18 घंटे 48 मिनट का समय बरबाद हो गया. तय कार्यक्रम के मुताबिक शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से लेकर 23 दिसंबर तक चलना था. सत्र स्थगित होने के बाद कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार पर हमला बोला.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज मैं अयोध्या में जमीन खरीद का मामला सदन में उठाना चाहता था लेकिन उससे पहले ही वंदे मातरम शुरू कर दिया गया. राज्यसभा में संख्या बल को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष के पास 120 सांसद हैं जबकि सरकार के पक्ष में 118 सांसद हैं. उन्होंने कहा कि अल्पमत में होने के कारण सरकार ने राज्यसभा में बहुमत हासिल करने के लिए एक तरकीब निकाली और 12 सांसदों को निलंबित करवा दिया गया. यह सरकार की साजिश थी.
खड़गे ने कहा कि लखीमपुर में हुई घटना को लेकर एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट दी थी, हमलोग पूछना चाह रहे थे कि इस साजिश के पीछे कौन है जिसने किसानों की हत्या की. उन्होंने कहा कि हत्या के आरोपी के पिता गृह राज्यमंत्री हैं, जो केंद्रीय गृह मंत्री और पीएम मोदी के साथ बैठते हैं ऐसे में जांच में असर पड़ेगा, इसलिए हम गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा से बचने के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया.
वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''हम सदन चलाना चाहते थे लेकिन अजय मिश्रा टेनी का मामला सामने आने के बाद हम चुप नहीं बैठ सकते थे. हम मांग कर रहे थे कि जांच पूरी होने तक नैतिकता के आधार पर मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए. दो हफ्ते तक यानी 16 तक सदन बेरोकटोक चली. सदन को ठप करने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी सरकार की है. उनके पास विपक्ष की आवाज सुनने का धैर्य नहीं है.''