नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मेक्रों के साथ बातचीत के बीच आज कांग्रेस ने एनडीए सरकार पर राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर हमला बोला. कांग्रेस ने इसे मूल घोटाला बताया और सरकार से उसका पक्ष स्पष्ट करने को कहा है. कांग्रेस के प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कहा कि इस लड़ाकू विमान को खरीदने के लिए भारत को कतर और मिस्र जैसे देशों की तुलना में अधिक धन देना पड़ा. यह धन किसी परमार्थ के लिए नहीं दिए गए. पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार को यह जवाब देना चाहिए कि धन कहां गया.
वडक्कन ने कहा कि लोग पूछ रहे हैं कि यह धन किसकी जेब में गया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पिछले तीन दिन से यह मामला उठा रही है.‘‘ लेकिन जवाब में सरकार या बीजेपी की तरफ से एक भी शब्द नहीं कहा गया है. इंकार भी नहीं किया गया.’’
बीजेपी ने कल कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह देश को गुमराह करने के लिए झूठ और भ्रम फैला रही है. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि राफेल लड़ाकू विमान की आपूर्ति के लिए 7.5 अरब यूरो के सौदे में भ्रष्टाचार का आरोप लगाना गैर जिम्मेदाराना और राष्ट्र विरोधी है. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘ भ्रष्टाचार कहां हुआ? इस प्रकार के आरोप लगाना गैर जिम्मेदाराना और राष्ट्र विरोधी है?’’
उधर, कांग्रेस ने आज इस मुद्दे को फिर तूल देते हुए कहा कि सरकार का रुख उस बिल्ली के समान है जो आंख बंद कर और यह मानकर दूध पी रही है कि उसे कोई नहीं देख रहा. वडक्कन ने कहा, ‘‘ सरकार, रक्षा मंत्रालय को अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए. वे क्या छिपाना चाहते हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘ आप संप्रग को भ्रष्ट कहते हैं... यदि यह भ्रष्टाचार नहीं है तो क्या है. यह एक मूल घोटाला है जिस पर एनडीए को अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए.’’