नई दिल्ली: मोदी सरकार के खिलाफ लाए गये पहले अविश्वास प्रस्ताव का हश्र वैसा ही हुआ जिसकी पहले से उम्मीद की जा रही थी. लोकसभा ने 126 के मुकाबले 325 वोट से अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इससे पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच करीब 12 घंटे की लंबी बहस हुई. विपक्ष ने चुन-चुन कर हर मुद्दे पर सरकार को घेरा तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब डेढ़ घंटे के भाषण में एक-एक कर जवाब दिये. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल डील पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय पर इस तरह ‘बचकाना रवैया’ ठीक नहीं है.


उन्होंने कहा पिछले चार साल में देश में एनडीए सरकार के विकास कार्यों के बावजूद ‘अहंकार’ के कारण अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. प्रधानमंत्री मोदी के लंबे भाषण को कांग्रेस ने ड्रामेबाजी करार दिया है. वहीं अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली टीडीपी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है की मोदी ने अपने भाषणों में आंध्र प्रदेश के असल मुद्दों का जिक्र नहीं किया.


कांग्रेस ने बताया ड्रामेबाजी
लोकसभा में नेता कांग्रेस मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ''हमने नीरव मोदी, राफेल डील आदि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किये लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. उनका भाषण ड्रामेबाजी था. आंध्र प्रदेश के लोगों के बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा. उन्होंने पिछली सरकार ने क्या इसका जिक्र किया. मोदी ने चार साल में क्या किया ये नहीं बताया.'' वहीं कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री ने करीब दो घंटे के भाषण में आम लोगों की बात नहीं की. बीजेपी क्या कहती है और करती है दोनों में अंतर है.


टीडीपी ने कहा- मोदी करते हैं ओछी बात
लोकसभा में देर रात तेलुगू देशम पार्टी की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने पीएम मोदी की आलोचना करते हुए उन पर सत्ता का अहंकार दिखाने और ओछी बात करने का आरोप लगाया. टीडीपी प्रमुख नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आंध्रप्रदेश के साथ किये गए वादे के साथ इंसाफ नहीं किया. राज्य को 2014 में विभाजन के बाद बहुत नुकसान का सामना करना पड़ा है.


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चंद्रबाबू ने आरोप लगाया , ‘‘प्रधानमंत्री अहंकारी हैं. उन्होंने सत्ता का अहंकार दिखाया है. वह इस तरह बोले कि हमारे राज्य का उपहास उड़ाया गया. वह ओछी बातें कर रहे हैं.’’ वहीं टीडीपी के एक अन्य सांसद श्रीनिवास ने अविश्वास प्रस्ताव गिरने पर कहा कि यह बहुमत की नहीं नैतिकता का मामला है. आज नैतिकता की जीत हुई है.


सीपीएम ने कहा- एक और जुमला
वहीं सीपीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर कहा कि देश के लोग देश में ध्रुवीकरण करने की कोशिश को परास्त कर देंगे. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री ने जुमला दोहराना और कुछ असंगत आंकड़ा पढ़ना जारी रखा. अर्थव्यवस्था की हालत और लोगों की रोजी - रोटी की स्थिति जगजाहिर सचाई है.


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अविश्वास प्रस्ताव खारिज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के खिलाफ तेदेपा और कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों द्वारा लोकसभा में पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव आज 126 के मुकाबले 325 मतों से गिर गया. अविश्वास प्रस्ताव पर आज लगभग 12 घंटे की चर्चा के बाद हुए मत-विभाजन में 451 सदस्यों ने हिस्सा लिया जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 126 वोट पड़े जबकि विरोध में 325 मत पड़े.


तेलुगूदेशम पार्टी ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर राजग सरकार से अलग होने के बाद उसके खिलाफ यह अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. तेदेपा के श्रीनिवास केसीनेनी द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव को गत बुधवार को सदन ने स्वीकार किया था. जिस पर चर्चा के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने आज का दिन निर्धारित किया था.


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