नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कैराना, फूलपुर और गोरखपुर में महागठबंधन की जीत के बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलें तेज हो गई हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ की थी, इसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के चुनाव पूर्व गठबंधन की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है.

आप ने घोषित किए दिल्ली 5 सीटों पर प्रभारी 

दरअसल कल आप ने दिल्ली की सात सीटों में से सिर्फ पांच पर ही प्रभारी घोषित किए हैं. आप ने नई दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर प्रभारी घोषित नहीं किए हैं. आप ने पंकज गुप्ता को चांदनी चौक सीट से, दिलीप पांडे को उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से, राघव चड्ढा को दक्षिण दिल्ली से, आतिशी मर्लिना को पूर्वी दिल्ली सीट से जबकि गुगन सिंह को उत्तर-पश्चिमी सीट से प्रभारी बनाया है. ऐसी अटकलें हैं कि आप ने कांग्रेस के लिए दो सीटें छोड़ दी हैं.

दिलीप पांडे के इस ट्वीट से गर्म हुईं अटकलें

आप और कांग्रेस में अटकलबाजी की खबरें आप नेता दिलीप पांडे के ट्वीट से और गर्म हो गई हैं. दिलीप पांडे ने ट्वीट कर लिखा है, ‘’जी! कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता 'आम आदमी पार्टी' के संपर्क में हैं  और वे हरियाणा, दिल्ली और पंजाब में हमारा साथ और सहयोग चाहते हैं और दिल्ली में हमसे वे एक सीट मांग रहें हैं.’’


अजय माकन ने खारिज की अटकलें

हालांकि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने केजरीवाल और आप पर हमला बोलते हुए इस तरह की अटकलों को खारिज किया है. अजय माकन ने ट्वीट कर लिखा है, ''जब दिल्ली के लोग लगातार केजरीवाल की सरकार को नकार रहे हैं, तो फिर ऐसे में कांग्रेस उन्हें बचाने के लिए क्यों आगे आए?  केजरीवाल, अन्ना हजारे और उनकी टीम की आरएसएस ने ही मदद की थी. इसी के बलबूते मोदी सत्ता में काबिज हो पाए.''


साल 2014 में दिल्ली की सभी 7 सीटें बीजेपी ने जीती थी

बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर थी और दिल्ली की सभी सात सीटें बीजेपी ने जीती थी. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का खाता भी नहीं खुल सका था. आप और कांग्रेस के बीच 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले गठबंधन हो गया तो दिल्ली में बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है. साल 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजे देखें तो मोदी लहर में भी कांग्रेस और आप को दिल्ली की 7 में 6 सीटों पर बीजेपी से ज्यादा वोट मिले थे. दिल्ली की सभी सात सीटों पर बीजेपी को 46.6% और कांग्रेस और आप को मिलाकर 48.3% वोट मिले थे.

केजरीवाल ने की थी मनमोहन सिंह की तारीफ

कांग्रेस और आप की करीबी के कयास लगने उस वक्त शुरू हुए जब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर पूर्व प्रधानमंत्री मनोहन सिंह की तारीफ की औऱ कहा कि लोग मनमोहन सिंह को मिस कर रहे हैं.