राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष में शुरू हुई अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर चर्चा हो रही है. विपक्ष का आरोप है की राज्यसभा के अध्यक्ष नियमों से परे जाकर सत्ता पक्ष को जॉर्ज सोरोस मसले पर विपक्ष को घेरने का मौका दे रहे हैं, जबकि विपक्षी सांसद जब अपनी बात रखने की कोशिश कर रहे हैं तो उनको मौका नहीं मिल रहा.


संसद के दोनों सदनों में पिछले 12 दिनों से लगातार गतिरोध बना हुआ है. विपक्ष जहां अडानी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है तो वहीं सत्ता पक्ष विपक्ष पर संसद की कार्रवाई नहीं चलने का आरोप लगाते हुए हमलावर है. इस सब के बीच बीजेपी की तरफ से अब राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर जॉर्ज सोरोस के साथ मिलकर देश को अस्थिर करने का आरोप लगा दिया गया है. जिसके बाद से कांग्रेस बीजेपी पर बेबुनियाद आरोप लगाने की बात कह हमलावर नजर आ रही है.


सभापति पर लगाए गए ये आरोप


पिछले कुछ दिनों से चले आ रहे इस गतिरोध के बीच सोमवार 9 दिसंबर को जब राज्यसभा की कार्रवाई शुरू हुई तो सत्ता पक्ष से जुड़े हुए सांसदों ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी का नाम लेते हुए जॉर्ज सोरोस के साथ उनके रिश्तों और आर्थिक तौर पर मदद लेने के आरोप लगाए. सत्ता पक्ष के सांसदों द्वारा लगाए गए इन आरोपों पर विपक्ष के सांसदों ने आपत्ति जताते हुए अध्यक्ष पर सत्ता पक्ष के सांसदों का पक्ष लेने का आरोप लगा दिया.


विपक्ष के सांसदों का कहना था कि सत्ता पक्ष के सांसदों कों बुनियाद आरोप लगाने का पूरा मौका दिया जा रहा है और अध्यक्ष की तरफ से उनको रोक भी नहीं जा रहा. लेकिन जब विपक्ष के सांसद आपत्ति दर्ज करवा रहे हैं तो उनकी आपत्ति भी दर्ज नहीं की जा रही और ना ही उनको बोलने का मौका दिया जा रहा है.


अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विपक्षी दल एकमत


इसी गतिरोध के चलते राज्यसभा की कार्रवाई लगातार बाधित होती रही और कार्रवाई खत्म होने के बाद सूत्रों से जानकारी निकल के सामने आई कि विपक्ष से जुड़े हुए कई राजनीतिक दल जिनमें समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सीपीआई और सीपीएम राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर सहमत दिख रहे हैं. वहीं अभी बाकी दलों के बीच में इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है. सूत्रों के माने तो अगले एक-दो दिनों के दौरान इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आम सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी और अगर आम सहमति बनती है तो फिर अध्यक्ष जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है. 


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