हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी 27 सितंबर से अपनी प्रचार अभियान की शुरुआत करेगी. कांग्रेस राज्य विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बनाना चाहती है, इसलिए पार्टी ने प्रचार अभियान की शुरुआत मानेसर से करने का फैसला किया है. मानेसर में मारुति का प्लांट है और इस प्लांट से हाल ही में करीब 50 लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है.
25 सितंबर को दिल्ली में हुई बैठक के दौरान प्रचार अभियान को मानेसर से शुरू करने का फैसला किया गया. मारुति के मानेसर प्लांट में पहले तीन शिफ्ट में काम होता था, पर अब मंदी की वजह से वहां सिर्फ एक शिफ्ट में काम चालू है. कांग्रेस अर्थव्यवस्था की खराब हालत के जरिए विधानसभा चुनाव में बीजेपी पर निशाना साधना चाहती है. साथ ही कांग्रेस की कोशिश नए लोगों को अपने साथ जोड़ने की भी है.
हालांकि जिस बैठक में अर्थव्यवस्था को मुद्दा बनाने का फैसला किया गया उसमें एक नेता का कहना था कि यह मुद्दा 2019 के लोकसभा चुनाव में फेल हो चुका है. इसके साथ ही उस नेता ने दावा किया कि राज्य की राजनीति पूरी तरह से जाट और गैर जाट में बंटी हुई है. इसके अलावा एक नेता का कहना था कि मारुति हिंदुस्तान में इंदिरा गांधी की देन है और लोगों को यह मैसेज देना चाहिए कि किस तरह से कांग्रेस ने राज्य में रोजगार को बढ़ाया था.
गुटबाजी अभी भी जारी
चुनाव अभियान की शुरुआत के बावजूद राज्य में कांग्रेस की गुटबाजी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है. अशोक तंवर अध्यक्ष पद की कमान हाथ से जाने के बाद मीटिंग का हिस्सा नहीं बने रहे हैं. 2014 के विधानसभा चुनाव में भी चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और पार्टी 90 में से सिर्फ 15 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी.
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