नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वांचल दौरे के दौरान कांग्रेस पर जोरदार हमला किया था. पीएम मोदी ने आजमगढ़ में कांग्रेस के तीन तलाक पर उसके रुख को लेकर सवाल किया था कि क्या वह केवल मुस्लिमों की पार्टी है. इस पर रविवार को कांग्रेस ने पलटवार करते हुए बयान जारी किया है. कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी से केवल उनकी ‘बीमार मानसिकता’ झलकती है कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने अपने पद की गरिमा को लगातार ठेस पहुंचायी है. उन्होंने आजमगढ़ में जो कहा हम उसका कड़ा विरोध करते हैं. यह उनकी बीमार मानसिकता दिखाता है.’ शर्मा ने कहा, 'उनकी ओर से समाज को बांटने का एक प्रयास किया गया है. उनकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी कांग्रेस ने राष्ट्रीय आंदोलन का नेतृत्व किया और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया. उसे मुस्लिमों की पार्टी कहना प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता.'


प्रधानमंत्री का बयान ऐतिहासिक तथ्यों के हिसाब से गलत -कांग्रेस


आनंद शर्मा ने कहा, 'उनकी बीमार मानसिकता एक राष्ट्रीय चिंता का विषय है. प्रधानमंत्री ने ऐसा बयान दिया है, जो ऐतिहासिक तथ्यों के हिसाब से गलत है.’ कांग्रेस नेता ने कहा कि नरेंद्र मोदी सिर्फ भाजपा के प्रधानमंत्री नहीं हैं बल्कि पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि मोदी को 'इतिहास की कम जानकारी है और वह इतिहास स्वयं ही लिखते हैं'.


कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी को यह याद रखना चाहिए कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, लाला लाजपत राय और मौलाना आजाद जैसे नेता कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने कहा, 'बेहतर होगा कि यदि वह कांग्रेस अध्यक्षों की एक सूची अपने कार्यालय में रखें. हो सकता है कि इसके बाद गलत बयान देने की उनकी आदत छूट जाए.'


कांग्रेस 'सभी भारतीयों की पार्टी -आनंद शर्मा


उन्होंने कहा कि कांग्रेस 'सभी भारतीयों की पार्टी है और वह देश की विविधता का सम्मान करती है.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस तीन तलाक के खिलाफ थी और प्रधानमंत्री को यह जानना चाहिए कि कुछ नियम और कायदे होते हैं जिनका संसद में पालन करना होता है. उन्होंने आरोप लगाया, 'इस सरकार ने बार बार संसद को बाईपास करने का प्रयास किया है. वे चाहते हैं कि विधेयक संसद की जांच पड़ताल के बिना ही पारित हो जाएं.'


प्रधानमंत्री मोदी ने तीन तलाक के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि विपक्ष महिलाओं, विशेष तौर पर मुस्लिम महिलाओं का जीवन सुरक्षित करने के सरकार के प्रयासों को बाधित कर रही है.' तीन तलाक विधेयक निचले सदन में पारित हो चुका है लेकिन राज्यसभा में लंबित है क्योंकि विपक्ष को उस पर आपत्तियां हैं.


प्रधानमंत्री असत्य, अर्धसत्य और झूठ का ले रहे हैं सहारा - कांग्रेस नेता


शर्मा ने आरोप लगाया, गत चार वर्षों का ब्योरा देने की बजाय 'प्रधानमंत्री असत्य, अर्धसत्य और झूठ का सहारा ले रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस को अपनी साख, विचारधारा या विश्वसनीयता और देश के प्रति प्रतिबद्धता के बारे में नरेंद्र मोदी और भाजपा से किसी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है.' शर्मा ने कहा कि वह प्रधानमंत्री की मजबूरी समझ सकते हैं क्योंकि वह एक ऐसी विचारधारा से आते हैं जिसका पालन करने वालों ने महात्मा गांधी का भी विरोध किया था.


कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के उत्थान के बारे में झूठा आंकड़ा दिया. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह दावा 'हंसी योग्य' है कि गत दो वर्षों में पांच करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया गया. उन्होंने कहा कि वास्तव में तथ्य यह है कि नोटबंदी और जीएसटी लागू होने से करोड़ों लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए हैं. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि 2004 से 2014 के बीच 14 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर किया गया था.