Congress On PM Modi Anusthan: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर किए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपवास पर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने मंगलवार (23 जनवरी) को सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कि मुझे पीएम मोदी के उपवास रखे जाने पर शक है. 


वीरप्पा मोइली ने कहा, ''मुझे संदेह है कि क्या उन्होंने (पीएम मोदी) ने उपवास किया भी है या नहीं. ऐसे में यदि उन्होंने उपवास किए बिना गर्भगृह में प्रवेश किया है तो वह स्थान अपवित्र हो जाता है.  इस कारण स्थान से शक्ति उत्पन्न नहीं हो पाती.'' दरअसल, पीएम मोदी ने 11 दिनों तक कठिन अनुष्ठान किया था.


अनुष्ठान में पीएम मोदी ने क्या किया?
पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिनों तक कठिन अनुष्ठान किए थे. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि वो इस दौरान नारियल का पानी और फल खाकर ही रहे. इसके अलावा पीएम मोदी फर्श पर सोए और गाय की पूजा की. 


पीएम मोदी गर्भगृह में रहे थे मौजूद
सोमवार (22 जनवरी) को राम मंदिर के गर्भगृह में पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा’से संबंधित अनुष्ठान किए. 


इसके बाद पीएम मोदी ने इस अवसर को एक नए युग के आगमन का प्रतीक करार देते हुए लोगों से मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर अगले 1,000 वर्षों के मजबूत, भव्य और दिव्य भारत की नींव बनाने का आह्वान किया.


अयोध्या में सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर पूरे देश में धार्मिक उत्सव और उल्लास का माहौल देखने को मिला. इस दौरान देश के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालु भगवान राम को समर्पित गीत और विशेष भजन गाते सुने गये.


बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को ठुकरा दिया था. इसको लेकर पार्टी ने बयान जारी कर कहा था कि ये सब बीजेपी चुनावी फायदे के लिए कर रही है. 


इनपुट भाषा से भी. 


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