'संवैधानिक संस्थाओं पर बार-बार संदेह क्यों?'
सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि हर बार हार का सामना करने पर कांग्रेस संस्थाओं पर सवाल उठाती है. चाहे वो चुनाव आयोग हो, न्यायपालिका, सेना, या मीडिया, सभी संवैधानिक संस्थाओं को कांग्रेस ने अपने आरोपों का निशाना बनाया है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस का व्यवहार ‘बिगड़े दिल शहजादे’ की मानसिकता को दर्शाता है, जिसे अपनी हार स्वीकार नहीं होती."
'हरियाणा में ईवीएम पर सवाल, बाकी जगह चुप्पी क्यों?'
बीजेपी सांसद ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि जब कांग्रेस हिमाचल, पंजाब, जम्मू और दिल्ली में चुनाव जीतती है तो ईवीएम पर कोई सवाल नहीं उठाती पर हरियाणा में हारते ही मशीन पर संदेह जताती है. सुधांशु त्रिवेदी बोले, "कांग्रेस की इस दोहरी मानसिकता से जनता भली-भांति परिचित हो चुकी है. देश की जनता अब कांग्रेस के इन आरोपों को संदेहास्पद तरीके से देखती है."
'लोकतंत्र पर कांग्रेस का दोहरा रवैया'
बीजेपी सांसद ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी जाकर भारतीय लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने खुद को ‘अनऑफिशियल पीएम’ और ‘अनऑफिशियल एमपी’ कहकर लोकतांत्रिक व्यवस्था का मजाक उड़ाया है. त्रिवेदी ने कहा, "ये बयान कांग्रेस की निराशाजनक स्थिति को दर्शाते हैं, जहां वे असफलताओं का दोष दूसरों पर मढ़ते हैं."
जनता से माफी की जरूरत: बीजेपी सांसद
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को देश के सामने माफी मांगनी चाहिए और आत्मावलोकन करना चाहिए. उन्होंने चुनाव आयोग की ओर से दिए गए जवाब का हवाला देते हुए कहा कि किसी संवैधानिक संस्था की ओर से इतने विस्तार से जवाब दिए जाने की नौबत शायद पहली बार आई है. उनका कहना है कि कांग्रेस के ये निराधार आरोप भारतीय लोकतंत्र को कलंकित करने की कोशिश हैं, जिससे देश की जनता सतर्क रहने की जरूरत है. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "कांग्रेस को समझना चाहिए कि जनता अब इन हास्यास्पद आरोपों को गंभीरता से नहीं लेती."
ये भी पढ़ें: ये हैं भविष्य के दो चीफ जस्टिस... एक तीन साल के लिए तो दूसरे सिर्फ 36 दिन के लिए बनेंगे CJI