नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आखिरकार 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए दोनों सीटों पर लड़ने के लिए हरि झंडी दे दी है. दरअसल जब 13 मार्च को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था तो कांग्रेस ने शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया लेकिन दूसरे ही दिन कांग्रेस के चार विधायकों ने इस्तीफा दे दिया क्योंकि बीजेपी ने तीसरे उम्मीदवार नरहरि अमीन को मैदान में उतार दिया था.
उसके बाद दिल्ली आलाकमान को लगा कि ऐसी स्थिति में एक ही उम्मीदवार चुनाव जीत पाएगा इसलिए दोनों में से एक उम्मीदवार का नामांकन वापिस लेना चाहिए. जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रजनी पाटिल और बी के हरिप्रसाद को प्रवेक्षक नियुक्त किया.
जिन्होंने मंगलवार को जयपुर जाकर विधायकों की राय जानी और अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपी. जिसके बाद दिल्ली आलाकमान ने विधायकों की राय को देखते हुए दोनों उम्मीदवारों के राज्यसभा चुनाव लड़ने पर मोहर लगा दी लेकिन इसमें कांग्रेस की सबसे बड़ी समस्या है कि पार्टी के पास चार वोट कम हैं.
दरअसल दोनों उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए तो कह दिया गया लेकिन साथ ही आलाकमान ने यह भी तय है कि पहले उम्मीदवार शक्ति सिंह गोहिल होंगे और दूसरे भरत सिंह सोलंकी यानी भरत सिंह सोलंकी को चार वोटों का इंतजाम खुद करना होगा.
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