लिंचिंग पीड़ितों को कानूनी मदद देगी कांग्रेस, अल्पसंख्यक विभाग तैयार करेगा वकीलों की टीम
मॉब लिंचिंग पीड़ितों की मदद के लिए कांग्रेस आगे आई है. कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग की ओर से जल्द ही वकीलों की टीम तैयार की जाएगी जो कि पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कानूनी सहायता मुहैया करवाएगी.
मॉब लिंचिंग यानी भीड़ द्वारा मारपीट और हत्या के मामलों में पीड़ित परिवार की ओर मदद का हाथ बढ़ाने के लिए कांग्रेस आगे आई है. कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग आने वाले दिनों में 'लीगल सेल' यानी वकीलों की टीम तैयार करने वाली है जो मॉब लिंचिंग के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कानूनी सहायता मुहैया करवाएगी.
इसकी जानकारी देते हुए कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, "लोकतंत्र धीरे-धीरे भीड़तंत्र में तब्दील होता जा रहा है जिसके शिकार हर वर्ग के लोग हो रहे हैं. हाल में ही इंदौर में चूड़ी वाले को पीटा गया और बगल के जिले में एक शख्स को घसीट कर मार डाला गया है. इसके पीछे सरकार है जो पीड़ित के साथ नहीं बल्कि दोषियों के साथ खड़ी है. ऐसे पीड़ितों की कानूनी मदद करने के लिए हम अधिवक्ताओं की एक टीम तैयार करेंगे जो अलग-अलग राज्य में पीड़ित परिवार से संपर्क करेंगे."
एबीपी न्यूज से इमरान ने कहा कि देश में कहीं भी लिंचिंग की घटना होगी हम मदद के लिए खड़े होंगे. प्राथमिकता उन मामलों को देंगे जिनमें पीड़ित अल्पसंख्यक समुदाय से हो क्योंकि यही वर्ग सबसे ज्यादा प्रताड़ित है.
इमरान प्रतापगढ़ी के मुताबिक, एक महीने में इसकी शुरुआत हो जाएगी. उन्होंने कहा, ऐसे वकीलों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है जो लिंचिंग की घटनाओं से आक्रोशित महसूस करते हों और पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएं.
जब इमरान से पूछा गया कि क्या यह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अल्पसंख्यकों को लुभाने की कवायद है? तो उन्होंने इससे इनकार करते हुए कहा कि, "मेरे मन में पहले से था कि मौका मिला तो लिंचिंग के मामलों में पीड़ितों की मदद करूँ. इसके पीछे चुनाव या राजनीति नहीं है. मेरी भावनाएं निर्मल हैं"
कुछ महीने पहले ही इमरान प्रतापगढ़ी को कांग्रेस पार्टी में अल्पसंख्यक विभाग की कमान मिली है. जाने-माने युवा शायर इमरान को पार्टी ने बीते लोकसभा चुनाव में मुरादाबाद से लड़ाया था. इमरान ने बताया कि कुछ दिनों पहले जब राहुल गांधी से उनकी मुलाकात हुई तब उन्होंने अपनी योजनाओं का जिक्र उनसे किया जिसपर राहुल ने अपनी सहमति दी.