हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले सीएम पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा कांग्रेस नहीं करेगी. कांग्रेस यहां टीडीपी, सीपीआई और तेलंगाना जन समिति के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. पार्टी के एक महत्वपूर्ण नेता ने बुधवार को यह जानकारी दी. तेलंगाना में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के प्रभारी आर सी खूंटिया ने बताया कि कांग्रेस में किसी भी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं करने की अपनी पुरानी परिपाटी रही है.


खूंटिया ने कहा, "तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी चुनाव प्रचार अभियान का नेतृत्व करेंगे लेकिन मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर चुनाव के बाद अंतिम फैसला किया जाएगा." उन्होंने आगे कहा कि इस पर चुनाव का परिणाम आने के बाद विधायकों की राय जानने और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मिलकर चर्चा करने के बाद ही अंतिम निर्णय किया जाएगा.


आठ महीने पहले पूर्व सीएम की सिफारिश पर विधानसभा भंग की गई थी


तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने से लगभग आठ महीने पहले पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव (फिलहाल कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं) की सिफारिश पर छह सितंबर को राज्य विधानसभा को भंग कर दिया गया था. चुनाव आयोग ने अभी तक राज्य में चुनाव के कार्यक्रमों की घोषणा नहीं की है.


खूंटिया ने बताया, "सीटों की साझेदारी को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है लेकिन हमने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है. हमारा साझा एजेंडा रहेगा और संयुक्त रूप से प्रचार करने के लिये कुछ रणनीति बनाएंगे." उन्होंने बताया कि गठबंधन के सहयोगियों के जीतने की संभावना तय करेगी कि कौन सी पार्टी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी.


खूंटिया ने चुनाव को लेकर कहा, 'कौन कितनी सीट पर लड़ेगा सवाल यह नहीं है, सवाल यह है कि किसकी जीत की कितनी संभावना है. कांग्रेस इस गठबंधन में मुख्य सहयोगी है और बाकी कई पार्टियों को उस स्थान पर प्राथमिकता दी जाएगी, जहां वो मजबूत स्थिति में होंगे.' टीडीपी ने पिछली बार बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और 15 सीटें जीती थीं. इसके साथ ही उसे लगभग 15 फीसदी वोट हासिल हुए थे.



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