राष्ट्रपति चुनाव: विपक्ष में टूट, साझा मोर्चाबंदी में कांग्रेस को मंजूर नहीं है AAP
नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर संयुक्त विपक्ष में शामिल होने की आम आदमी पार्टी की कोशिश का कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया है. कांग्रेस के साथ एनसीपी और दूसरे विपक्षी दलों ने इसमें आपत्ति जाहिर की है.
कांग्रेस और एनसीपी के विरोध का सामना
सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी तो समूचे विपक्ष के साथ आना चाहती है लेकिन उसे कांग्रेस और एनसीपी के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में शरद यादव से मुलाकात की. केजरीवाल ममता बनर्जी और सीताराम येचुरी से पहले ही मिल चुके हैं.
संयुक्त विपक्ष में शामिल होने की कोशिश
सूत्रो के मुताबिक कांग्रेस का मानना है कि बीजेपी के हमले से बचने के लिए आम आदमी पार्टी की संयुक्त विपक्ष में शामिल होने की कोशिश को रोकना ही ठीक होगा. हालांकि जब ये सवाल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से पूछा गया तो दोनों ने ही बात को टाल दिया.
विपक्ष की बैठक में पता चलेगा: राज बब्बर
इस बाबत पूछे जाने पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने उल्टे यह कहकर जवाब दिया कि इस बारे मे कांग्रेस से ही पूछिये. तो वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर ने कहा कि विपक्ष की आज बैठक है, उसमें आपको पता चलेगा.
विपक्षी दलों और नेताओं पर AAP का तीखा हमला
दरअसल इससे पहले विपक्षी दलों और नेताओं पर आम आदमी पार्टी की तरफ से काफी तीखे हमले किए गए थे, यही वजह है कि कांग्रेस आप का फिलहाल विरोध कर रही है. मगर सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी जैसी पार्टियां चाहती हैं कि आम आदमी पार्टी को भी साथ लिया जाना चाहिए.
संयुक्त विपक्ष का सहयोग करने की इच्छा
आपको बता दें कि इसके साथ ही आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव और किसानों के मसले पर संयुक्त विपक्ष के साथ सहयोग करने की इच्छा जताई है.