कर्नाटक का असर: अब गोवा में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस करेगी सरकार बनाने का दावा पेश
गोवा में पिछले साल मार्च में 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उसके पास बहुमत से चार सीटें कम थीं.
पणजी/नई दिल्लीः कर्नाटक के उदाहरण को देखते हुए गोवा कांग्रेस ने आज फैसला किया कि राज्य में वह सरकार बनाने का दावा पेश करेगी जहां वह पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. कांग्रेस विधायक दल के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि पार्टी कल सभी 16 विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक औपचारिक पत्र राज्यपाल मृदुला सिन्हा को देकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.
गोवा में पिछले साल कांग्रेस बनी थी सबसे बड़ी पार्टी गोवा में पिछले साल मार्च में 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उसके पास बहुमत से चार सीटें कम थीं.
गोवा में बीजेपी ने बनाई थी सरकार राज्य में बीजेपी को 14 सीट मिली थीं और उसने गोवा फॉरवर्ड पार्टी और एमजीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. इन दोनों दलों को तीन-तीन सीट मिली थीं. तीन निर्दलीय भी बीजेपी के पाले में चले गए थे. कावलेकर ने कहा कि गोवा की राज्यपाल को कर्नाटक के अपने समकक्ष द्वारा स्थापित उदाहरण का अनुसरण करना चाहिए और ‘12 मार्च 2017 की अपनी गलती को सुधारते हुए’ सरकार गठन के लिए सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित करना चाहिए.
कर्नाटक में बीजेपी को दिया गया सरकार बनाने का न्योता कर्नाटक में 104 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी को राज्यपाल ने जद(एस)-कांग्रेस के गठबंधन के दावे के बावजूद सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया. जद(एस) कांग्रेस के गठबंधन ने अपने पास 117 विधायकों का समर्थन होने का उल्लेख करते हुए सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया था. कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों पर चुनाव हुआ था. इसके मद्देनजर बहुमत का आंकड़ा 112 सीटों का है.
गोवा विधानसभा में नेता विपक्ष कावलेकर ने कहा , ‘हमारे पास 16 विधायक हैं और इसके चलते विधानसभा (गोवा) में हम सबसे बड़ी पार्टी हैं. राज्यपाल को अपने कर्नाटक समकक्ष द्वारा स्थापित उदाहरण के अनुरूप गोवा में हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए.’
कांग्रेस के मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई तो साबित कर देंगे बहुमत जब उल्लेख किया गया कि सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए कम से कम 21 विधायकों का समर्थन चाहिए, कावलेकर ने कहा कि एक बार राज्यपाल कांग्रेस के मुख्यमंत्री को शपथ दिला दें तो फिर वह सदन में बहुमत साबित करने में सफल होंगे.
पिछले साल की गई गलती को सुधारने का मौका दे रही है कांग्रेस हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि पार्टी किस तरह बहुमत जुटाएगी. गोवा कांग्रेस के प्रमुख गिरीश चोडानकर ने कहा कि राज्यपाल दो तरह के नियम नहीं रख सकते. उन्होंने कहा , ‘जब कर्नाटक के राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित किया है तो गोवा में भी वही नज़ीर दी जानी चाहिए.’ चोडानकर ने कहा कि कांग्रेस, ‘गोवा की राज्यपाल को पिछले साल उनके द्वारा की गई गलती को सुधारने का मौका दे रही है.’ कावलेकर ने कहा कि पिछले दो महीने से राज्य के मुख्यमंत्री यहां नहीं हैं जिसकी वजह से यहां कोई सरकार नहीं है. उन्होंने कहा , ‘कांग्रेस गोवा में स्थाई सरकार उपलब्ध कराने में सफल होगी.’