2019 के प्लान में जुटी कांग्रेस, लोगों की 'मन की बात' से सेट होगा पार्टी का एजेंडा
विभिन्न वर्गों से बातचीत के लिए कांग्रेस नेता विश्विद्यालयों से लेकर मंडियों तक जाएंगे. शहरों में 'टाउन-हॉल' तो गांवों में पंचायत पर बैठक आयोजित की जाएगी. जिला स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी फीडबैक लिया जाएगा.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए कांग्रेस अलग-अलग वर्ग के लोगों से बात कर रणनीति बनाएगी. प्रचार समिति के सदस्यों को अलग-अलग वर्ग जैसे युवा, महिला, किसान समूहों आदि से बातचीत करने का काम दिया गया है. प्रचार समिति में शामिल कांग्रेस नेता इन वर्गों से बात कर लोगों के बीच ज्वलंत मुद्दे और उन मुद्दों को लेकर उनके मन की बात समझने की कोशिश करेंगे. मुख्य लक्ष्य ये है कि लोकसभा चुनाव में आम लोगों के 'मन की बात' के जरिए कांग्रेस एजेंडा सेट कर सके.
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नेताओं से कहा है कि प्रचार की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बात करने के साथ-साथ आम लोगों की राय लें. यहाँ तक कि कांग्रेस के आलोचकों से भी बात करने की सलाह दी गई है. सूत्रों के मुताबिक इस प्रक्रिया से मिले फीडबैक पर प्रचार के नारे और थीम बनाए जाएंगे.
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विभिन्न वर्गों से बातचीत के लिए कांग्रेस नेता विश्विद्यालयों से लेकर मंडियों तक जाएंगे. शहरों में 'टाउन-हॉल' तो गांवों में पंचायत पर बैठक आयोजित की जाएगी. जिला स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी फीडबैक लिया जाएगा. इस प्रक्रिया के पहले चरण का काम अक्टूबर के महीने तक पूरा करने का लक्ष्य है. शुरुआती तौर पर जिन राज्यों में चुनाव हैं वहां मुद्दों और नारों का 'असर' आंका जाएगा.
इसके अलावा प्रचार की रणनिति बनाने के लिए देशव्यापी सर्वे भी करवाया जा रहा है ताकि लोगों के मुद्दों की लिस्ट बनाई जा सके. सूत्रों के मुताबिक अब तक सामने सर्वे में बेरोजगारी, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम अहम मुद्दों के तौर पर उभर कर सामने आए हैं. इसके अलावा सर्वे में ये भी पता चला है कि लोगों को नोटबन्दी के निष्प्रभावी होने का एहसास हो रहा है. बैंकों के घोटाले और भगोड़ों का मुद्दा भी चर्चा में है. इन सब के साथ-साथ कांग्रेस ने राफेल सौदे को बड़े घोटाले के तौर पर लोगों के बीच प्रचार कर दिया है.
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प्रचार समिति के एक सूत्र के मुताबिक अब तक तीन 'थीम' स्पष्ट हुए हैं जिनके इर्दगिर्द कांग्रेस शुरुआती प्रचार की रणनीति बना सकती है. ये हैं 'मोदी का धोखा' , 'मौजूदा सरकार से राष्ट्रहित का नुकसान' और 'पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत' जैसे आम लोगों से जुड़े मुद्दे. सूत्र ने ये भी साफ किया कि कांग्रेस का प्रचार नकारात्मक नहीं होगा. प्रचार के अगले चरण में पार्टी अपना विजन रखेगी जिसमें लोगों के खास तौर पर युवाओं के अच्छे भविष्य का खाका होगा.
कांग्रेस की प्रचार समिति का प्रमुख आनंद शर्मा को बनाया गया है. पवन खेड़ा संयोजक बनाए गए हैं. इस समिति में रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी, राजीव शुक्ला, जयवीर शेरगिल, दिव्या स्पंदना, मनीष तिवारी समेत कुल 13 सदस्य हैं. जानकारी के मुताबिक प्रचार समिति के अलावा घोषणापत्र कमिटी भी बड़े स्तर पर आम लोगों से मशविरा करेगी.