मुंबई: बीएमसी चुनाव के त्रिशंकु नतीजे आए तीन दिन हो गए हैं, तमाम राजनीतिक तोड़-जोड़ के बाद भी अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर बीएमसी का मेयर किस पार्टी का होगा और यहां सत्ता की चाभी किसके पास होगी.


कांग्रेस के कुछ नेताओं के बयान के बाद शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन की चर्चाएं तेज़ हो गई थी, लेकिन अब कांग्रेस पार्टी ने इस संभावित गठबंधन को लेकर बड़ी शर्त रख दी है.


पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख अशोक चव्हाण ने कहा कि शिवसेना जब तक बीजेपी के साथ सत्ता में है तब तक समर्थन पर कोई विचार नहीं हो सकता.


दूसरी तरफ शिवसेना के समर्थन पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वो कांग्रेस पार्टी से चर्चा के बाद ही कोई निर्णय करेगी.


आपको बता दें कि बीएमसी चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. हालांकि, शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है, लेकिन दूसरे नंबर पर रही बीजेपी भी सीटों के मामले में शिवसेना के करीब ही है.  227 सीटों वाली बीएमसी में शिवसेना को 84, बीजेपी को 82, कांग्रेस 31, एनसीपी को 7 और एमएनएस को 7 सीटें मिली हैं. बहुमत का आंकड़ा 114 होता है. अब तक जोड़ तोड़ में 4 पार्षद शिवसेना और एक पार्षद बीजेपी के साथ जाने का एलान किया है.


बीएमसी के मौजूदा मेयर का कार्यकाल आठ मार्च को खत्म हो रहा है यानि 9 मार्च को नए मेयर का चुनाव होना है. फिलहाल शिवसेना और बीजेपी जोड़-तोड़ में लगी है.