Congress President Election: 'गांधी परिवार से सलाह लेने पर नहीं आएगी शर्म', रिमोट कंट्रोल का उठा सवाल तो बोले मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पत्रकारों से बात करते हुए अपने प्रतिद्वंदी शशि थरूर पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मैं किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता हूं.
Congress Presidential Election: कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने रविवार को गांधी परिवार के रिमोट कंट्रोल को लेकर पूछे गये सवाल में कहा कि अगर वह कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो उनको पार्टी के मामलों में गांधी परिवार की सलाह और सहयोग लेने में कोई शर्म महसूस नहीं होगी. क्योंकि उस परिवार ने संघर्ष किया है और पार्टी के विकास में अपनी ताकत लगाई है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह 17 अक्टूबर को होने वाले कांग्रेस के सर्वोच्च पद के लिए चुनाव में उम्मीदवार हैं. रविवार को मल्लिकार्जुन खड़गे से पत्रकारों ने सवाल किया कि एआईसीसी अध्यक्ष बनने पर उनका रिमोट कंट्रोल गांधी परिवार के पास होगा. जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वे (विपक्षी दल) ऐसी बातें कहते रहते हैं, क्योंकि उनके पास कहने के लिए कुछ और नहीं है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ऐसे झूठे चुनाव अभियान में शामिल है और अन्य लोग इसका अनुसरण करते हैं. सोनिया गांधी ने संगठन में 20 साल तक काम किया है. राहुल गांधी भी अध्यक्ष थे. उन्होंने पार्टी के लिए संघर्ष किया है और इसकी उन्नति के लिए अपनी ताकत लगाई है.’’
पार्टी में गांधी परिवार के अतीत का भी किया जिक्र
बातचीत के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने इस देश के लिए जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक बहुत योगदान और बलिदान दिया है. खड़गे ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि हम (कांग्रेस) कुछ चुनाव हार गए, ऐसा कहना (गांधी परिवार के खिलाफ) सही नहीं है. उन्होंने इस देश के लिए अच्छा किया है. उनकी सलाह से पार्टी को फायदा होगा, इसलिए मैं उनकी सलाह और सहयोग जरूर मांगूंगा. इसमें शर्म की कोई बात नहीं है. अगर आपकी (मीडिया) सलाह से कुछ फायदा होता है, तो मैं इसे भी लूंगा. उन्होंने इस पार्टी के लिए काम किया है और उनकी सलाह लेना मेरा कर्तव्य है.
'सीखने के लिए जो कुछ भी जरूरी होगा वो करूंगा'
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सोनिया और राहुल गांधी देश के कोने-कोने को जानते हैं कि कौन कहां है और कौन पार्टी के लिए क्या कर सकता है. पार्टी में एकता के लिए क्या करना होगा, मुझे सीखना होगा और मैं वो सबकुछ करूंगा.
कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य खड़गे ने यहां अपने प्रचार अभियान के तहत प्रदेश के कुछ कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की और मीडिया को संबोधित किया. पार्टी के अध्यक्ष चुनाव में उनका मुकाबला तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर से है जिसके नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
प्रतिद्वंदी शशि थरूर पर क्या बोले मल्लिकार्जुन खड़गे?
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने प्रतिद्वंदी शशि थरूर पर कोई भी सीधी टिप्पणी करने से परहेज किया और सिर्फ इतना कहा कि समर्थन मांगते समय हर किसी को अपनी योग्यता के बारे में बोलने का अधिकार है.
थरूर के लिए उनके संदेश के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा कि मैं किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता. वह (थरूर) अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं, मैं उनके विचारों पर बहस नहीं करना चाहता. मैं अपने विचार साझा कर रहा हूं. यह हमारा संगठन या पारिवारिक मामला है. उन्हें जो कहना है, उन्हें कहने का अधिकार है, वैसे ही मुझे भी है. यह एक आंतरिक मैत्रीपूर्ण मुकाबला है.
चुनाव लड़ने की भी बताई वजह
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गांधी परिवार के कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं लड़ने के रुख के बाद विभिन्न राज्यों के नेताओं, वरिष्ठ नेताओं और प्रतिनिधियों ने उन्हें पार्टी संगठन के लिए उनकी लंबी सेवा को देखते हुए चुनाव लड़ने के लिए कहा.
कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस (Congress) की स्थिति और पार्टी अध्यक्ष के रूप में उनके चुनाव के असर के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा कि राज्य में नेता एक उद्देश्य से लड़ रहे हैं और कड़ी मेहनत कर रहे हैं...मैं सामूहिक नेतृत्व, सामूहिक परामर्श में विश्वास करता हूं. कांग्रेस की कर्नाटक इकाई (Karnataka Unit) एकजुट है और राज्य में (2023 के विधानसभा चुनावों के बाद) सरकार बनाएगी.