Congress Working Committee: अगले साल यानी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस ने अपनी वर्किंग कमेटी में (CWC) कई बदलाव किए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में बदलाव कर कई तरह के समीकरण साधने का काम किया, इस पावर कमेटी में उन तमाम नेताओं को शामिल किया गया है, जो पार्टी में पिछले लंबे समय से नाराज चल रहे थे या फिर किनारे लगा दिए गए थे.
ऐसे साधे गए समीकरण
राहुल गांधी के खास माने जाने वाले कुछ युवा नेताओं को भी कांग्रेस वर्किंग कमेटी में जगह दी गई है, वहीं आनंद शर्मा जैसे नेताओं को भी पार्टी ने अपने सबसे बड़े पैनल में शामिल किया है. शर्मा कांग्रेस के उस जी-23 ग्रुप का हिस्सा रहे हैं, जिसने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ खुलकर सवाल उठाए थे. हालांकि खरगे के अध्यक्ष बनने के साथ ही ये तमाम नेता शांत हो गए.
कमेटी में इन नेताओं को जगह
कांग्रेस वर्किंग कमेटी में हुए बदलावों में दो बदलाव काफी साफ दिख रहे हैं, पहला तो उन नेताओं को जगह मिली है जो गांधी परिवार के वफादार माने जाते हैं, वहीं जिन नेताओं को पार्टी ने कोई बड़ा पद नहीं दिया है या राज्यसभा सीट नहीं दे पाई, उन्हें अब कमेटी में जगह देकर मनाने की कोशिश की गई है. पार्टी के खिलाफ आवाज उठाने वाले खेमे के नेताओं को भी कमेटी में रखा गया है.
जी-23 के नेताओं को भी जगह
कर्नाटक के पूर्व सीएम वीरप्पा मोइली, जिन्हें लंबे समय से पार्टी ने किनारे कर दिया था... उन्हें भी कमेटी में शामिल किया गया है. कांग्रेस के ग्रुप-23 के नेता मनीष तिवारी, मुकुल वासनिक, शशि थरूर और आनंद शर्मा को भी CWC में जगह दी गई है. इसे कांग्रेस की एक नई शुरुआत माना जा रहा है. जिससे सभी मतभेदों को भुलाकर आने वाले चुनावों में एकजुट होकर आगे बढ़ा जाए. इस पूरी रणनीति में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अहम भूमिका रही है.
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