नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का अगला पार्टी अध्यक्ष बनना करीब-करीब तय हो गया है. कांग्रेस की सबसे ताकतवर कमेटी कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने अगले अध्यक्ष के चुनाव के लए हरी झंडी दे दी है. सूत्रों के मुताबिक सीडब्ल्यूसी की बैठक में अगले अध्यक्ष के चुनावों को लेकर तारीखें तय कर दी गई हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अगले कांग्रेस अध्यक्ष के लिए 1 दिसम्बर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. 3 दिसंबर तक नामांकन की आखिरी तारीख होगी. 5 दिसम्बर तक नॉमिनेशन की जांच की जाएगी और 11 दिसंबर तक नामांकनों की वापसी की जा सकेगी. अगर जरूरत पड़ी तो 16 दिसंबर को चुनाव होगा.
खास बात ये है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले ही राहुल गांधी की ताजपोशी की जाएगी. 18 दिसंबर को गुजरात चुनाव के नतीजे आएंगे.
आपको बता दें कि इससे पहले, प्रदेश कमिटियां राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास कर चुकी हैं. नए अध्यक्ष के चुने जाने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के अधिवेशन में इस पर मुहर लगेगी और नई कांग्रेस वर्किंग कमिटी चुनी जाएगी. कांग्रेस वर्किंग कमिटी पार्टी में फैसले लेने वाली सर्वोच्च इकाई है.
फिलहाल 1998 से सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष हैं. 47 साल के राहुल गांधी 2004 से संसद में उत्तरप्रदेश के अमेठी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
योगी का हमला
राहुल गांधी की ताजपोशी पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस-मुक्त भारत के लिए उनका अध्यक्ष बनना ज़रूरी है. इसके साथ ही योगी ने कांग्रेस में परिवारवाद की आलोचना की. योगी के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि
कांग्रेस में लोकतांत्रिक संगठनात्मक चुनावों का इतिहास रहा है. सुभाषचंद्र बोस ने गांधी जी के सामने चुनाव लड़ा और ध्यान रहे कि चुनाव से दोनों का एक दूसरे का प्रति स्नेह और सम्मान कम नहीं हुआ.
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी के खिलाफ जिन दो नेताओं ने चुनाव लड़ा वो भी हमारे सम्मानित नेता थे. वो अब हमारे बीच नहीं हैं. यह नहीं भूलना चाहिए कि उन दोनों नेताओं के पुत्र सोनिया जी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी की मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री भी रहे. इसलिए किसी पूर्वाग्रह से रहित होकर चुनाव प्रक्रिया को देखा जाना चाहिए."