क्यों अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले कांग्रेस ने बुलाई वर्किंग कमिटी की बैठक?
सोनिया गांधी के कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद ये पहली सीडब्ल्यूसी की बैठक है.
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नई दिल्ली: अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला चंद दिनों में आने वाला है. इसको लेकर तमाम पार्टियां, संगठन अपनी रणनीति बना रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी ने अपनी वर्किंग कमिटी की बैठक रविवार 10 नवम्बर अयोध्या पर शाम को बुलाई है. दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में सीडब्ल्यूसी की बैठक पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होगी जिसमें सूत्रों के मुताबिक अयोध्या जमीन विवाद पर कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस का रुख क्या हो, इसको लेकर चर्चा हो सकती है और एक प्रस्ताव पारित किया जा सकता है.
सोनिया गांधी के कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद ये पहली सीडब्ल्यूसी की बैठक है. इससे पहले 10 अगस्त को हुई कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष के पद से राहुल गांधी के इस्तीफे को स्वीकार कर सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था. संसद के शीतकालीन सत्र से पहले हो रही इस सीडब्ल्यूसी की बैठक को लेकर सूत्रों ने बताया है कि इसमें आर्थिक मंदी, एनआरसी समेत अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है. जहां तक अयोध्या का मामला है तो सूत्रों के मुताबिक फैसले से पहले ही सीडब्ल्यूसी की बैठक में जहां एक तरफ कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की प्रस्ताव पारित किया जा सकता है. वहीं इस बात को लेकर भी निर्देश दिए जा सकते हैं कि फैसले पर प्रतिक्रिया देने से पहले नेता पार्टी की आधिकारिक लाइन का अनुपालन करें.
दरअसल अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के फैसले को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी के रुख से विपरीत बयान दिए थे. जाहिर है कांग्रेस अयोध्या जैसे संवेदनशील मसले पर फैसले के बाद कांग्रेस अपने नेताओं के बयान को लेकर सावधानी बरत रही है. हाल में ही यूपी कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने भी प्रदेश के नेताओं को निर्देश दिया था कि फैसले पर पार्टी की आधिकारिक राय से अलग कोई सार्वजनिक टिप्पणी ना करें.
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