नई दिल्ली: राजस्थान में एक बार फिर सत्ता बदल गई है. कांग्रेस गठबंधन की 100 सीट पर जीत के बाद हर किसी के जेहन में सवाल यही है कि कौन बनेगा राजस्थान का सीएम? सचिन पायलट और अशोक गहलोत के नाम की चर्चा चुनावी प्रचार के वक्त से ही तेज है. कल मतगणना के वक्त ही दोनों नेताओं के समर्थकों ने अपने अपने नेताओं के पक्ष में जमकर नारेबाजी की
आज सुबह 11 बजे जयपुर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल नवनिर्वाचित विधायकों की राय लेंगे. मुख्यमंत्री के नाम पर आखिरी फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे. राजस्थान कांग्रेस के नेता आज शाम 7 बजे राज्यपाल से मुलाकात कर सकते है.
राजस्थान में कांग्रेस जश्न में डूबी है. करारी हार के बाद वसुंधरा राजे ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा और कांग्रेस को जीत की बधाई दी. वसुंधऱा ने हार की वजह पर सिर्फ इतना ही कहा अभी डन, बाकी का कभी बाद में.
राजस्थान की 199 सीट में कांग्रेस गठबंधन को 100 और बीजेपी को 73 सीट मिली, अन्य के खाते में 26 सीट गईं. तमाम ओपिनियन पोल और एक्जिट पोल में भी राजस्थान में बीजेपी की हार की भविष्यवाणी की गई थी. कहा जा रहा है कि जनता वसुंधऱा के काम से नाराज थी और यही नाराजगी बीजेपी पर भारी पड़ी.
तीन राज्यों हार पर बीजेपी का 'दर्द'
तीन राज्यों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा, इसपर पार्टी का दर्द भी खूब छलक रहा है. 2019 चुनाव से चंद महीने पहले ही हिंदी पट्टी के 3 राज्यों में हार के बाद बीजेपी सकते में है. नेता अब कह रहे हैं कि हार का मतलब ये नहीं कि मोदी का जादू 2019 में नहीं चलेगा.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, ''हमारे लिए ये रुक कर मंथन का वक्त है. छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में हमारी पार्टी की सरकारों ने 15 साल बढ़िया काम किया.छत्तीसगढ़ में हार का फर्क हमारी उम्मीद से कहीं ज्यादा निकला. यूपी के डिप्टी सीएम ने कहा कि ये हार राज्यों के चुनाव की हार थी 2019 में देश मोदी जी के साथ खड़ा है.