नई दिल्ली: गैंगस्टर कुलदीप उर्फ फज्जा को कस्टडी से फरार करने की साज़िश बैंकॉक में रची गई थी. ये खुलासा मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार हुए अंकेश नाम के अपराधी ने किया है. पुलिस के सूत्रों की मानें तो गैंगस्टर काला राणा जो इस समय बैंकॉक में मौजूद है, उसी ने बदमाश कुलदीप को भगाने की साजिश रची थी.
अंकेश ने पूछताछ में खुलासा किया कि बैंकॉक में बैठे गैंगस्टर काला राणा ने कुछ दिन पहले फोन के जरिए मंडोली जेल में बंद कुलदीप उर्फ फज्जा से बात करवाई थी. उसी बातचीत के दौरान कुलदीप ने अपनी बीमारी के बारे में बताया था इतना ही नहीं उनसे ये भी बता दिया था कि वो किस दिन GTB अस्पताल पहुंचेगा. इसके बाद विदेश में बैठे गैंगस्टर के गुर्गों ने कुलदीप को कस्टडी से फरार करवाने की साजिश रच डाली.
अंकेश ने पुलिस को बताया कि वो 2011 में कुलदीप से तब मिला था जब वो तिहाड़ जेल में बंद था. बाद में उन्होंने बिश्नोई के गिरोह के लिए काम करना शुरू कर दिया. काला राणा भी बिश्नोई गैंग के साथ काम करता था. लेकिन साल 2019 में वो बैंकॉक चला गया और वहीं से अपने गैंग को ऑपरेट करने लगा. पुलिस के सूत्रों की मानें तो कुछ दिन पहले काला राणा ने बैंकॉक से अंकेश को फोन किया और कुलदीप के साथ उसे एक कॉल पर जोड़ा और तभी की गई कुलदीप को भगाने की प्लानिंग.
पुलिस के सूत्रों की मानें तो गैंगस्टर काला राणा हरियाणा के यमुना नगर का रहने वाला है. लेकिन दिल्ली और एनसीआर में भी इसका आतंक है. इसपर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और रंगदारी के 2 दर्जन से ज्यादा मामले है. इसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 2 लाख रुपये का इनाम भी रखा हुआ है.
दरअसल मंडोली जेल में बंद बदमाश कुलदीप उर्फ फज्जा को दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन ज़ीटीबी अस्पताल इलाज के लिए लाई थी. पुलिस ओपीडी में जांच कराने के बाद जेल वैन तक वापिस पहुंची ही थी तभी वैन इंचार्ज की आंखों में एक बदमाश ने लाल मिर्ची डाल दी और फिर कुलदीप को छुड़ाने की कोशिश करने लगे. जिसके बाद पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग शुरू हो गई. दोनो तरफ से फायरिंग हो रही थी. इसी बीच कुलदीप उर्फ फज्जा भी पुलिस कस्टडी से भागने में कामयाब हो गया. लेकिन भागते बदमाशों पर पुलिस ने करीब 1 दर्जन राउंड फायरिंग की और इस मुठभेड़ में एक बदमाश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गोली लगने से घायल हो गया.
बदमाश कुलदीप आजकल जितेंद्र गोगी की गैंग का मेंबर है कुलदीप के ऊपर हत्या, एक्सटॉर्शन जैसे 1 दर्ज़न मुकदमे हैं. कुलदीप बेहद पढ़ा लिखा है और उसने बीटेक किया हुआ है और वो बाहरी दिल्ली के नया बॉस गांव का रहने वाला है कुलदीप ही गोगी गैंग का ब्रेन था जिसकी हर सलाह पर गोगी अमल करता था.
फिलहाल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल से लेकर हर यूनिट कुलदीप और उसके बाकी साथियों की तलाश कर रही है. पुलिस के मुताबिक बदमाशों ने जिस स्कॉर्पियो कार का इस्तेमाल किया था उसकी नंबर प्लेट नकली थी, लेकिन जिस तरह से इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया इससे कहीं ना कहीं पुलिस के ऊपर सवाल तो जरूर खड़ा होता है.
आपको बता दे कि ऐसे कई गैंगस्टर हैं, जो विदेश में बैठकर अपने गैंग को दिल्ली-एनसीआर में चला रहे हैं. इन दिनों ये गैंगस्टर मुंबई अंडरवर्ल्ड की तर्ज पर विदेश से अपने गैंग को चला रहे हैं. पुलिस से बचने के लिए इन शातिर बदमाशों ने अपना ठिकाना विदेश में बना लिया है. इन गैंगस्टर्स पर पुलिस ने इनाम भी रखा हुआ है.
पहला गैंगस्टर- संदीप उर्फ काला जठेड़ी
गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी सोनीपत का रहने वाला है. इस पर दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में कई मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो ये नेपाल के रास्ते थाईलैंड चला गया था और वहीं से अब अपना गैंग चला रहा है. पुलिस के मुताबिक इस पर 6 लाख रुपये का इनाम है. दिल्ली पुलिस की तरफ से 1 लाख और हरियाणा पुलिस की तरफ से 5 लाख का इनाम है. इसपर हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट और डकैती की करीब 30 से ज्यादा वारदातों को अंजाम देने के आरोप हैं.
दूसरा गैंगस्टर- कपिल सांगवान उर्फ नंदू
पुलिस के सूत्रों की मानें तो कपिल सांगवान उर्फ नंदू दुबई में बैठकर ऑपरेट कर रहा है. ये पहले विकास लांगरपुरिया के साथ था, लेकिन बाद में इसने खुद का गैंग बना लिया. सूत्रों की माने तो ये सितंबर 2019 से दुबई में है. इसपर भी हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, लूट और रंगदारी के 1 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. कपिल सांगवान पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 2 लाख का इनाम घोषित है.
तीसरा गैंगस्टर- काला राणा
पुलिस के मुताबिक गैंगस्टर काला राणा यमुना नगर का रहने वाला है. लेकिन दिल्ली और एनसीआर में भी इसका आतंक है. इसपर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और रंगदारी के 2 दर्जन से ज्यादा मामले हैं. इसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 2 लाख रुपये का इनाम भी रखा हुआ है. सूत्रों की मानें तो इस समय वो बैंकॉक से अपना गैंग चला रहा है.
दिल्ली एनसीआर के बड़े अपराधी पुलिस से बचने के लिए विदेश में बैठकर अपना गैंग चलाने लगे हैं. अगस्त 2019 में फरीदाबाद पुलिस ने कौशल नाम के एक कुख्यात अपराधी को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. कौशल दुबई में रहकर अपना गैंग चला रहा था. इसपर हरियाणा में कई मुकदमे दर्ज थे. इस पर 5 लाख रूपये का इनाम था. फरीदाबाद में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी की हत्या भी कौशल ने दुबई से करवाई थी. फिलहाल गैंगस्टर कौशल इस समय हिसार जेल में बंद है.