नई दिल्ली: चीन ने एक बार फिर डोकलाम को लेकर भारत की चिंताए बढ़ा दी है. चीनी सेना ने डोकलाम में एक बार फिर सड़क बनाना शुरू कर दिया है. ये सड़क डोका ला में भारतीय चौकी से करीब 4-5 किलोमीटर दूर है जहां पिछले साल दोनों देशों की सेनाएं 73 दिन तक एक दूसरे के सामने डटी रहीं थीं. 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर के मुताबिक चीन ने यहां पर 1.3 कीलोमीटर लंबी सड़क बना ली है. हालांकि भारतीय सेना की तरफ से अभी भी इस नई रोड के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. लेकिन सूत्रों की मानें तो ये सड़क भी चीन दक्षिणी डोकलाम तक पहुंचने के लिए इस्तेमाल करना चाहता है.


सूत्रों के मुताबिक, भारत के डोकाला दर्रे से ये सड़क करीब 4-5 किलोमीटर दूर है. ये सड़क चीन की सेना ने सर्दी के मौसम में ही बनानी शुरू कर दी थी. यानि चीन की सेना उस जगह से तो पीछे हट गई थी जहां पर भारत ने विरोध किया था. लेकिन उसने झामफेरी रिज तक पहुंचने के लिए उसके बाद ही वहां से थोड़ी दूर पर ही सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया था. झामफेरी रिज पर ही भूटान की सेना की आखिरी पोस्ट है.


भारतीय सेना का पक्ष इस मामले पर अभी तक नहीं मिल पाया है. सबकी निगाहें अब इस ओर लगी रहेंगी कि क्या भारतीय सेना एक बार फिर इस सड़क को रोकने की कोशिश करेगी या नहीं. क्योंकि पिछली बार चीन ने भारत की पोस्ट से महज़ 100 मीटर की दूरी पर सड़क बनाने की कोशिश थी. लेकिन इस बार ये दूरी 4-5 किलोमीटर की है. लेकिन ये नई सड़क भी उसी इलाके में बनाई गई है जो चीन और भूटान के बीच विवादित है.


आपको यहां पर बता दें कि हाल ही में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में लिखित बयान देकर जानकारी दी थी कि डोकलम में दोनों देशों की सेनाएं जरूर पीछे हट गई हैं लेकिन चीन वहां से थोड़ी दूरी पर ही (यानि उत्तरी डोकलम में) बड़ी तादीद में सैनिकों के बैरिक और हेलीपैड तैयार कर रहा है. रक्षा राज्य मंत्री सुभाषराव भामरे ने भी हाल ही में आगाह किया था कि चीन सीमा पर तनाव बरकरार है और भविष्य में ये तनाव बढ़ भी सकता है.


अगले महीने यानि अप्रैल के महीने में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण चीन की आधिकारिक यात्रा पर जाने वाले हैं. इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के संबंधों में आई कड़वाहट को दूर करना माना जा रहा है.