पटना: कांग्रेस की बिहार इकाई में मचे घमासान और पार्टी में टूट के कयासों के बीच प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी की छुट्टी हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने उनपर कार्रवाई का मन बना लिया है. हालांकि, अशोक चौधरी अपना बचाव कर रहे हैं.
अशोक चौधरी ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एक साजिश के तहत उन्हें अध्यक्ष पद से हटाने की कवायद की जा रही है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि पार्टी में भीतरघात का खेल चल रहा है, जिसमें पार्टी के कुछ शीर्ष नेता भी शामिल हैं.
आपको बता दें कि बिहार कांग्रेस में मतभेद गुरुवार को उस समय खुलकर सामने आ गया जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने अपने ही कुछ शीर्ष नेताओं पर पार्टी में मतभेद पैदा करने का आरोप लगा दिया.
पटना में संवाददाताओं से चर्चा में प्रदेश कमेटी में मतभेद के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, "ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के बड़े नेता ही इस सारे खेल को खेल रहे हैं. कुछ बड़े नेता अपने चहेतों को बिहार में पार्टी का अध्यक्ष बनाना चाहते हैं और इसकी कवायद बहुत दिनों से चल रही है." एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से बात करते हुए उन्होंने भावुक होकर कहा, "पार्टी को मेरी वफादारी पर कोई शंका नहीं है, लेकिन दिल्ली में बैठे कुछ सीनियर नेता ही मुझे पद से हटाने के लिए सारा खेल रच रहे हैं. अगर ऐसे में मुझे पद से हटाया जाता है तो आहत होना लाजिमी है."
अशोक चौधरी ने कहा कि पिछले 25 साल से मेहनत कर पार्टी को यहां तक पहुंचाया और अब उन्हीं पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया जा रहा है. पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा, 'महागठबंधन' में जब मैं मंत्री पद पर था, तब भी लोग खुश नहीं थे और अब तो मैं मंत्री भी नहीं हूं. अब मुझ पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया जा रहा है." उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के लिए इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं.
बिहार में कांग्रेस में टूट की खबरें पिछले कई दिनों से यहां की राजनीति में चर्चा में हैं. कहा जा रहा है कि इसी खबर के कारण पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी 27 विधायकों को दिल्ली बुलाया है और सभी से पूरे मामले में जानकारी ले रहे हैं.