नई दिल्ली: भारत में रूस की मदद से बनी कुडनकुलम नाभिकीय ऊर्जा परियोजना में 5वीं यूनिट का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. तमिलनाडु के कुडनकुलम स्थित परमाणु संयंत्र परिसर में एक कार्य्रकम के दौरान नए निर्माण कार्य के मुख्य चरण की शुरूआत नींव में कंक्रीट डालने के साथ की गई. 


इसके साथ ही परियोजना के अहम स्टेज-3 का आरंभ हो गया. इस आयोजन में वर्चुअल तरीके से शरीक भारत में रूस के राजदूत निकपलाई कुदशेव ने कहा कि कुडानकुलम में नई यूनिट के लिए निर्माण कार्य की शुरुआत  दोनों देशों के बीच एक अहम प्रगति है. इसने भारी और रूस के बीच द्विपक्षीय प्रयासों में सफलता हासिल करने के प्रति संकल्प दिखाता है.


इस मौके पर नाभिकीय ऊर्जा परियोजनाओं में भारत के साथ साझेदारी कर रही रूसी कम्पनी रोसेटम के महानिदेशक एलेक्सी लिखाचेव ने कहा कि वर्षों से  कुडनकुलम नाभिकीय ऊर्जा प्लांट दोनों देशों के बीच करीबी साझेदारी का प्रतीक रहा है. लेकिन हम यहां नहीं रुकना चाहते. बल्कि अपने भारतीय सहयोगियों के साथ मिलकर तीसरी पीढ़ी से अधिक उन्नत रूसी परमाणु रियक्टरों की श्रृंखला स्थापित करन. यह काम मौजूदा समझौते  के दायरे में रहकर किया जा सकता है.


महत्वपूर्ण है कि अप्रैल 2014 में भारत और रूस के बीच कुडनकुलम परियोजना की यूनिट 3 और 4 के निर्माण को लेकर जनरल फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर दस्तखत किया गया था. साथी यूनिट 5 व 6 के निर्माण विस्तार को लेकर बातचीत की कवायद भी शुरू हुई थी. इस कड़ी में दोनों देशों के बीच 2017 में सहमति का समझौता हुआ था. कुडनकुलम में 5वीं यूनिट के लिए कंक्रीट डालने से पहले प्रारंभिक कार्य किया गया था. इसके तहत रिएक्टर भवन की नींव के लिए कंक्रीट बेड, मुख्य नियंत्रण कक्ष के साथ सहायक रिएक्टर भवन, सामान्य संचालन के लिए टरबाइन भवन और बिजली आपूर्ति भवन, आपातकालीन बिजली आपूर्ति और सुरक्षा नियंत्रण प्रणाली का निर्माण किया गया.


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