नई दिल्ली: वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दायर की है जिसमें अवमानना मामले के संबंध में उनकी सजा पर बहस को टालने की मांग की गई है. कल सजा पर बहस होने वाली है. सुप्रीम कोर्ट ने 14 अगस्त को दिए गए फैसले में प्रशांत भूषण को अवमानना का दोषी ठहराया था.
प्रशांत भूषण ने कहा है कि वे खुद को दोषी ठहराने के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करना चाहते हैं. इससे पहले सजा तय नहीं किया जाए.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि प्रशांत भूषण ने देश के सर्वोच्च न्यायलय और मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबड़े के खिलाफ ट्वीट किया था, जिस पर स्वत: संज्ञान लेकर कोर्ट ने ये कार्यवाही की. 27 जून को प्रशांत भूषण ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ और दूसरा ट्वीट मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबड़े के खिलाफ किया था. 22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट की ओर से प्रशांत भूषण को नोटिस जारी किया गया था.
प्रशांत भूषण को 2 ट्वीट के लिए नोटिस भेजा गया था. एक ट्वीट में उन्होंने पिछले 4 चीफ जस्टिस पर लोकतंत्र को तबाह करने में भूमिका निभाने का आरोप लगाया था. दूसरे ट्वीट में उन्होंने बाइक पर बैठे मौजूदा चीफ जस्टिस की तस्वीर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. सुप्रीम कोर्ट ने मामले में ट्विटर को भी पक्षकार बनाते हुए जवाब दाखिल करने को कहा था.