Maharashtra News: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के आजाद मैदान में रामलीला के बाद दशहरे के दिन होने वाले रावण दहन को लेकर विवाद खड़ा हुआ हो गया है. दरअसल, आजाद मैदान में हर साल रामलीला का आयोजन होता है और रावण दहन भी होता है, लेकिन इस साल दशहरे के दिन शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट की दशहरा रैली भी इसी आजाद मैदान में होने वाली है.


कांग्रेस का आरोप है कि प्रशासन ने रामलीला आयोजकों से कहा है कि वह इस बार रावण का दहन एक दिन पहले कर लें या फिर वहां पर दहन ना करें. कांग्रेस का कहना है कि जो लोग राम राज्य की बात करते हैं और राम के नाम पर राजनीति करते हैं, वही रामलीला और रावण दहन में रुकावट डाल रहे हैं. 


'भावनाओं के साथ खिलवाड़ ना किया जाए'
मामले में कांग्रेस की मुंबई अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर यह निवेदन किया है कि लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ ना किया जाए और उन्हें आजाद मैदान में ही रावण दहन का कार्यक्रम करने की इजाजत दी जाए.


क्रॉस मैदान में रावण दहन का कार्यक्रम
 इस मुद्दे पर आजाद मैदान में रामलीला का आयोजन करने वाले महाराष्ट्र रामलीला कमेटी के आयोजकों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से हमारे पास इसके लिए निवेदन आया था. हमने उसको स्वीकार कर लिया है और रामलीला के कार्यक्रम में रावण का अंत नवमी के ही दिन कर दिया जाएगा और दशहरे वाले दिन आजाद मैदान की जगह मुंबई के क्रॉस मैदान में रावण दहन का कार्यक्रम किया जाएगा.


आजाद मैदान में होगी शिंदे की दशहरा रैली
फिलहाल मुंबई में इस मुद्दे पर राजनीति गरम होती नजर आ रही है. इससे पहले भी दशहरा रैली के मैदान के नाम पर शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट और शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट में विवाद देखने को मिल रहा था. बता दें कि इस साल उद्धव ठाकरे की दशहरा रैली शिवाजी पार्क में और एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली इस बार आजाद मैदान में होने वाली है.


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