राजस्थान: विधानसभा का विशेष सत्र शुरू होने से पहले विवाद, बीजेपी ने कहा- ये सत्र संवैधानिक नहीं
विधानसभा का ये सत्र खास तौर पर दो प्रमुख मुद्दों को लेकर आयोजित किया गया है. विपक्षी बीजेपी ने सत्र बुलाने के लिए कम से कम 21 दिन पहले नोटिस जारी करने की परम्परा का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है.
जयपुर: राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र शुक्रवार से शुरू होने से पहले ही विवादों में घिर गया. पहले दिन राज्यपाल कलराज मिश्र का अभिभाषण शुरू होते ही बीजेपी ने ये कहते हुए सदन का बहिष्कार किया कि ये सत्र संवैधानिक नहीं है. सदन में पहला मुद्दा नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने और दूसरा देश की संसद से पारित हो चुके एससी-एसटी कानून पर प्रस्ताव पारित कर उसे जारी रखने के बारे में है.
बीजेपी इस विशेष सत्र को असंवैधानिक करार दे रही है. बीजेपी का कहना है कि सत्र बुलाने का नोटिस सिर्फ चार दिन पहले जारी किया गया था. इसके अलावा बीजेपी का एक आरोप ये भी है कि सदन में कितने दिन तक कामकाज सत्र के दौरान होगा ये सदन की कार्य सलाहकार समिति की बैठक में तय होता है, लेकिन इस बार सदन में सत्र शुरू होने से पहले कार्य सलाहकार समिति की बैठक तक नहीं बुलाई गई.
इसके बावजूद राज्य के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट सार्वजनिक मंच से सत्र के सिर्फ दो दिन चलने का बयान दे रहे हैं. ये बयानबाजी नियम के खिलाफ है. बीजेपी ने राज्यपाल के अभिभाषण का पूरी तरह विरोध किया और आगे भी सदन की कार्यवाही का विरोध जारी रखने की घोषणा की.
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