साध्वी की माफी के बाद भी हंगामा जारी, ओवैसी बोले- सरकार बताए गोडसे देशभक्त है या कातिल?
आज सदन में अपने बयान पर माफी मांगते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा- मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है. इससे पहले साध्वी प्रज्ञा को आज सुबह बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तलब किया था.
नई दिल्ली: नाथूराम गोडसे पर दिए बयान पर साध्वी प्रज्ञा की माफी के बाद इस पर हंगामा तमता नजर नहीं आ रहा है. आज साध्वी प्रज्ञा की माफी पर नाखुशी जाहिर करते हुए एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया बीजेपी बताए नाथूराम गोडसे देशभक्त है या कातिल. ओवैसी ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा को इस पर सफाई देनी चाहिए कि वो नाथूराम गोडसे को क्या मानती हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''महात्मा गांधी के कत्ल के बाद संविधान सभा में पूरे एक दिन बहस हुई. मैं आपके जरिए से सरकार से जानना चाहता हूं कि क्या नाथूराम देशभक्त था या कातिल था. ओवैसी ने कहा, ''आपने (लोकसभा अध्यक्ष) कहा कि टिप्पणी रिकॉर्ड में नहीं हैं। यह एक बड़ा उल्लंघन है और सदस्य के आचरण के बुनियादी मानक के खिलाफ जाता है। सदस्य को स्पष्ट रूप से कहना चाहिए कि गोडसे 'देशभक्त' नहीं है, वह आतंकवादी है और गांधी का हत्यारा है.''
A Owaisi, AIMIM, in LS: You(LS Speaker)said that remarks (by BJP's Pragya Thakur) aren't in records. It's an egregious breach, goes against basic standard of conduct of member. The member should categorically say that Godse isn't a 'deshbhakt', he's a terrorist&murderer of Gandhi pic.twitter.com/qogBLL2vn1
— ANI (@ANI) November 29, 2019
इस बीच लोकसभा से एक और बड़ी खबर सामने आई कि लोकसभा में सुबह से जारी हंगामे पर स्पीकर ओम बिरला ने नाराजगी जतायी है. स्पीकर ने सभी दलों को अपने चेंबर में बुलाया है. लोकसभा की कार्रवाई को ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
प्रज्ञा ठाकुर ने अपनी माफी में क्या कहा? गोडसे को 'देशभक्त' बताने वाले अपने बयान पर भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने आज लोकसभा में माफी मांग ली है. उन्होंने कहा है कि मेरी तरफ से सदन में जो भी टिप्पणी की गई और उससे किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद जताकर माफी मांगती हूं.
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, "बीते घटनाक्रम में सबसे पहले मैं सदन में मेरे द्वारा की गई किसी भी टिप्पणी से यदि किसी को ठेस पहुंची हो तो उसके लिए खेद प्रकट करते हुए माफी मांगती हूं. लेकिन मैं यह भी कहना चाहती हूं कि संसद में दिए मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर गलत ढंग से पेश किया गया. मेरे बयान का संदर्भ कुछ और था, जिसे गलत ढंग से इस रूप में प्रस्तुत किया गया. जिस प्रकार से मेरे बयान को तोड़ा मरोड़ा गया है. वह निंदनीय है. मैं देश के प्रति महात्मा गांधी के योगदान का सम्मान करती हूं.''