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विकास की पटरी से डिरेल हुआ गुजरात चुनाव, राहुल गांधी के 'धर्म-विवाद' पर 10 बड़ी बातें
गुजरात में पहले चरण में 9 दिसंबर को 89 सीटों पर वोटिंग है. वहीं दूसरे चरण में 14 दिसंबर को 93 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. 18 दिसंबर को ABP न्यूज पर देखिए सबसे तेज नतीजे.
नई दिल्ली: गुजरात चुनाव अब विकास और जनता के मुद्दों से भटक कर 'धर्म-युद्ध' की ओर बढ़ चला है. कांग्रेस उपाध्यक्ष लगातार मंदिरों के दौरे कर रहे हैं. बीजेपी और खुद प्रधानमंत्री मोदी राहुल की मंदिर यात्राओं पर निशाना साध रहे हैं. बुधवार को राहुल गांधी गुजरात के सोमनाथ मंदिर गए थे. राहुल गांधी के इस मंदिर दौरे का 'प्रसाद' उन्हें विवाद के रूप में मिला है. 10 प्वाइंट्स में जानें क्या है राहुल गांधी का सोमनाथ मंदिर विवाद?
- गुजरात चुनाव के बीच राहुल गांधी दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं. दौरे के पहले दिन राहुल गांधी गुजरात के सोमनाथ मंदिर में दर्शन के लिए गए थे. यहां राहुल ने विधि विधान से पूजा की.
- दावा किया जा रहा है कि इस दौरान उनकी एंट्री मंदिर के उस रजिस्टर में की गई जिसमें गैर हिंदुओं का एंट्री ज़रुरी होती है. मंदिर में की गई इस एंट्री को आधार बनाकर बीजेपी राहुल गांधी से सवाल कर रही है.
- इस रजिस्टर में अहमद पटेल का भी नाम है. इसी रजिस्टर का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. बीजेपी से सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा राहुल गांधी से धर्म को लेकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा.
- बीजेपी के आरोप लगाए तो कांग्रेस भी सबूतों के साथ डट कर खड़ी हो गई. कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वायरल की जा रही फोटो फर्जी है.
- कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ना सिर्फ हिन्दू हैं बल्कि जनेऊ-धारी हिंदू हैं. कांग्रेस की ओर से सबूत के लिए तस्वीरें भी जारी की गईं.
- कांग्रेस ने बताया कि गैर हिंदूओं वाले रजिस्टर में अहमद पटेल और राहुल गांधी के नाम की एंट्री मीडिया कोऑर्डिनेटर मनोज त्यागी ने की. राहुल गांधी ने रजिस्टर में दस्तखत नहीं किए. इसी तस्वीर को वायरल किया गया.
- इस विवाद से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भी राहुल गांधी के मंदिर जाने पर सवाल उठाया था. प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि आज जिन्हें सोमनाथ याद आ रहे हैं वो इसका इतिहार भी जानते हैं? तुम्हारे परनाना, तुम्हारे पिता जी के नाना, तुम्हारी दादी मां के पिता जी, जो इस देश के पहले प्रधानमंत्री थे. जब सरदार पटेल सोमनाथ का उद्धार करा रहे थे तब उनकी भौहें तन गईं थीं.''
- क्या है सोमनाथ का इतिहास- सोमनाथ भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में पहला ज्योतिर्लिंग है. सोमनाथ मंदिर गुजरात में अरब सागर के किनारे गीर सोमनाथ जिले में स्थित है. ऋग्वेद में उल्लेख है कि मंदिर का निर्माण चंद्रदेव सोमराज ने किया था. 11वीं से 18वीं शताब्दी तक सोमनाथ पर 6 बार मुस्लिम शासकों ने हमला किया था.1024 में महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर पर हमला किया था और संपत्ति लूटने के बाद उसे नष्ट कर दिया था.
- मौजूदा मंदिर के निर्माण में सरदार वल्लभ भाई पटेल का महत्वपूर्ण योगदान है. 13 नवंबर 1947 को सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर के हाल को देखकर उसे फिर से बनवाने का फैसला किया.
- 11 मई 1951 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने मंदिर के पुर्ननिर्माण के लिए पूजा की. 1 दिसंबर 1995 को मौजूदा सोमनाथ मंदिर को राष्ट्र को समर्पित किया. सोमनाथ मंदिर के शिखर की ऊंचाई 150 फीट है.
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