NCP सांसद के गोडसे का किरदार निभाने पर बवाल, अब शरद पवार ने सफाई में कही ये बड़ी बात
Nathuram Godse: पार्टी नेता अव्हाद द्वारा फिल्म का विरोध किये जाने पर पवार ने कहा, ‘‘ उन्होंने जरूर अपनी निजी राय सामने रखी होगी. मुझे उसपर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है.’
Nathuram Godse: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार एक आगामी फिल्म में नाथूराम गोडसे का किरदार निभाने को लेकर आलोचनाओं से घिर गये अपनी पार्टी के सांसद एवं अभिनेता अमोल कोल्हे के समर्थन में शुक्रवार को सामने आये. इससे पहले राकांपा नेता एवं महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र अव्हाद ने पश्चिम महाराष्ट्र के शिरूर से सांसद कोल्हे पर ‘व्हाई आई किल्ड गांधी’ फिल्म में महात्मा गांधी के हत्यारे का किरदार निभाने को लेकर निशाना साधा था.
पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ डॉ. अमोल कोल्हे का फिल्म में किरदार करने के फैसले को कलाकार के चयन के तौर पर देखा जाना चाहिए. यदि उन्होंने यह भूमिका निभायी है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह गोडसे की विचारधारा या दृष्टिकोण को मानते हैं.’’
किरदार को समर्थक के रूप में नहीं देखा जाता
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि किसी फिल्म में कोई औरंगजेब की भूमिका निभाता है तो उसे मुगलों के समर्थक के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए .... (रामायण में) रावण ने सीता का अपहरण किया, क्या इसका मतलब यह है कि रावण का किरदार निभाने वाले कलाकार ने वाकई उनका अपहरण किया.’’ पार्टी नेता अव्हाद द्वारा फिल्म का विरोध किये जाने पर पवार ने कहा, ‘‘ उन्होंने जरूर अपनी निजी राय सामने रखी होगी. मुझे उसपर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है.’’
युवा सांसद अमोल कोल्हे निभा रहे हैं गोड्से का किरदार
दरअसल एक लघु फिल्म 'मैंने गांधी को क्यों मारा?' इसी माह ओटीटी प्लेटफार्म पर आ रही है. इसमें राकांपा के युवा सांसद अमोल कोल्हे गोडसे बने हैं. इसे लेकर बवाल मच गया है. उनकी खुद के पार्टी के सहयोगी ही उनकी इस भूमिका से खफा हैं, जबकि पार्टी के मुखिया शरद पवार कोल्हे के बचाव में सामने आए हैं. वहीं इस विवाद पर कोल्हे ने जोर देकर कहा कि वह गांधीवादी विचारों में 'दृढ़ विश्वास' रखते हैं. उन्होंने एक अभिनेता के तौर पर खुद को चुनौती देने के लिये ही विवादित भूमिका निभाने का निर्णय लिया है.
अशोक त्यागी द्वारा निर्देशित और कल्याणी सिंह द्वारा निर्मित फिल्म 'वाइ आई किल्ड गांधी' में 41 वर्षीय अभिनेता-राजनीतिक नेता महात्मा गांधी के हत्यारे की भूमिका में दिखेंगे। फिल्म की शूटिंग 2017 में हुई थी और 30 जनवरी को यह एक ‘ओवर द टॉप’ (ओटीटी) प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली है. साल 1948 में इसी दिन गांधी की हत्या की गई थी. फिल्म का ट्रेलर ऑनलाइन जारी होने एक महीने बाद अभिनेता की भूमिका को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. दो मिनट 20 सेकेंड के ट्रेलर में कोल्हे गोडसे की भूमिका में गांधी के खिलाफ अपना आक्रोश प्रकट करते हुए देखे जा सकते हैं. गोडसे का मानना था कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार के लिये गांधी जिम्मेदार थे.
कोल्हे ने 'पीटीआई-भाषा' को दिये साक्षात्कार में कहा, 'यह एक अलग तरह की चुनौती थी. यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य था क्योंकि मैं उसकी विचारधारा में विश्वास नहीं करता और फिर भी मुझे उसकी भूमिका निभानी पड़ी। एक अभिनेता के तौर पर खुद को चुनौती देने के लिये ही विवादित भूमिका निभाने का निर्णय लिया.' हालांकि कोल्हे ने कहा कि वह एक व्यक्तिगत तौर पर 'गांधीवादी विचारधारा में दृढ़ विश्वास' रखते हैं.
असल जीवन में गांधीवादी विचारधारा का हूं समर्थक
उन्होंने कहा, 'मैं इस विचारधारा का पालन करता हूं कि किसी भी हत्या को उचित नहीं ठहराया जा सकता. आप हत्या को सही नहीं ठहरा सकते और मेरी विचारधारा भी यही है. मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि यह (गांधी की हत्या) भारतीय इतिहास की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में से एक है और किसी की हत्या को कभी उचित नहीं ठहराया जा सकता.'
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