नई दिल्लीः आज 17वीं लेकसभा का पहला सत्र शुरू हुआ और नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई गई है. प्रोटेम स्पीकर वीरेंद्र सिंह ने लोकसभा के सांसदों को शपथ दिलाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह समेत लोकसभा के सभी सांसदों ने आज शपथ ग्रहण की. हालांकि इस कार्यक्रम में आज एक मुद्दे को लेकर हंगामा भी हो गया और भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को दो बार शपथ लेनी पड़ी.
दरअसल भोपाल से लोकसभा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जब शपथ लेने लगीं तो उनके नाम को लेकर विवाद हो गया. शाम 4.35 बजे के आसपास साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लोकसभा में सदस्य के तौर पर शपथ लेते हुए संन्यास वाला अपना नाम साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पूर्ण चेतनानंद गुरू अवधेशानंद के तौर पर लिया. इस पर स्पीकर और कई सांसदों ने एतराज जताया. विपक्ष ने इस पर हंगामा भी किया.
हालांकि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शुरुआत में कहा कि ये ही उनका पूरा नाम है लेकिन विपक्ष के हंगामे के बाद प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि उन्हें रिकॉर्ड चेक करना होगा. रिकॉर्ड चेक करने पर पाया गया कि साध्वी के नाम के साथ पूर्ण चेतनानंद गुरू अवधेशानंद का नाम शामिल नहीं है. इसके बाद उन्हें रिकॉर्ड में दिए गए नाम के साथ शपथ लेने को कहा गया. इसके बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने ईश्वर के नाम पर शपथ ग्रहण की.
साध्वी के पक्ष में सत्ता पक्ष के सांसदों ने भी उठकर समर्थन में नारेबाजी की. जब साध्वी प्रज्ञा सिंह शपथ लेने के लिए आईं तो उस समय भी सदन में जय श्री राम के नारे लगाए गए थे.