मुंबईः महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे के सरकार के एक फैसले के खिलाफ शिरडी की जनता ने आज शिरडी बंद का आवाहन किया है. दरअसल, मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र में पथरी स्थित प्रभानी को साईं बाबा का जन्मस्थली माना है और उसके विकास के लिए कुछ फंड मुहैया कराने की बात कही. इसको लेकर यह सारा विवाद शुरू हुआ. एबीपी न्यूज़ को एक्सक्लूसिव सूचना मिली है कि सोमवार को प्रभानी और शिर्डी के लोगों से मिलने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मामले में कोई फैसला लेंगे.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा है कि उनको अंदेशा है कि इस आंदोलन के पीछे राजनीतिक षड्यंत्र भी हो सकता है.
आंदोलन कर रहे हैं शिर्डी के लोग
शिरडी के साईं बाबा को लेकर बार-बार विवाद होता रहता है और इस बार विवाद है उनकी जन्मस्थली को लेकर उद्धव ठाकरे सरकार का बयान. उनके बयान के बाद शिर्डी के लोगों को आंदोलन करने में जुटे हुए हैं.
एबीपी न्यूज़ ने इस बारे में पड़ताल की तो मालूम चला कि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों के विकास के लिए उन इलाकों में जाकर वहां के जनप्रतिनिधियों से बैठक कर रहे हैं. इसी कड़ी में वह औरंगाबाद गए थे जहां प्रभानी के जनप्रतिनिधियों ने उनसे यह बात कही कि पिछली सरकार ने भी इस इलाके को साईं बाबा की जन्म स्थली माना पर विकास के लिए कोई फंड नहीं दिया.
क्या कहा मंत्री अब्दुल सत्तार ने?
उद्धव ठाकरे ने फैसला लिया इलाके के विकास के लिए सरकार पैसे खर्च करेगी. उस बैठक में मौजूद रहे महाराष्ट्र सरकार की मंत्री अब्दुल सत्तार ने बताया जनप्रतिनिधियों की बात को सुनते हुए मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया. उनकी भावना शिर्डी के अपमान की बिल्कुल नहीं थी. सत्तार ने यह भी अंदेशा जताया कि षड्यंत्र के तहत विरोध प्रदर्शन की बात हो सकती है
अब जबकि इस मामले में विवाद मच गया है उद्धव ठाकरे सोमवार को शिर्डी और परभानी दोनों जगह के नेताओ से मिलकर अंतिम फैसला लेंगे.