नई दिल्लीः राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार भारत की लोकतांत्रित प्रणाली को नुकसान पहुंचा रही है. सभी पार्टियों के अंदर आंतरिक लोकतंत्र को लेकर उन्होंने कहा कि हमने कई कदम उठाए बाकी कोई भी पार्टी हो बीजेपी, बीएसपी और एसपी हों कहीं भी पार्टी के भीतर लोकतंत्र की बात नहीं होती है. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस दशकों तक लोकतंत्र के लिए लड़ती आई है तभी हमारी पार्टी के अंदर लोकतंत्र को लेकर चर्चा होती है.
यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित एक शो में इमरजेंसी को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि वह एक गलती थी. मेरी दादी ने भी इसे स्वीकार किया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संस्थाओं पर कब्जा नहीं किया जबकि आरएसएस ने अपने लोगों को संस्थाओं में बिठा दिया है. अगर हम बीजेपी से जीत भी जाते हैं तो भी आरएसएस के लोगों का सामना करना पड़ेगा.
अपने पिता राजीव गांधी की हत्या को लेकर उन्होंने कहा कि पिता की हत्या आशंका पहले से थी. उनकी हत्या की जानकारी फोन पर दी गई. मैंने कहा "अच्छा ये हो गया!" यह बेहद दर्दनाक था लेकिन इसने मेरी हिंसा से लेकर अन्य बातों को समझ बढ़ाई. पिता के हत्यारे प्रभाकरन की मौत को देख कर बुरा लगा. लगा कि यह भी किसी का पिता होगा. प्रियंका से फोन पर बात की. उन्होंने भी कहा कि "मुझे भी तुम्हारी तरह बुरा लग रहा है."
एक अन्य सवाल कि अगर आप वर्तमान में भारत के प्रधानमंत्री होते तो दुनिया की ताकतों का सामना कैसे करते? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे चीन का वैश्विक नजरिया समझ आता है. अमेरिका हमारा दोस्त है लेकिन उसके पास वैश्विक नजरिए की कमी है. वो भारत की तरह आंतरिक मामलों में उलझा है. फिलहाल भारत के पास रणनीति नहीं है. भारत को टकराव की नहीं सहअस्तित्व के रणनीति की जरुरत है. मैं मतभेदों के बावजूद संवाद पर ध्यान देता.
राहुल गांधी ने कहा, ''कुछ समय पहले मैं विदेश मंत्री से बात कर रहा था. उन्होंने कहा कि भारत को बहुधुर्वीय दुनिया के मुताबिक रणनीति बनानी होगी. यह कोई रणनीति नहीं है. भारत में हम अतीत की यादों में अटके हैं, कोई कल्पना नहीं है. मैं भविष्य की बात करना चाहता हूं.''
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