सुप्रीम कोर्ट पहुंचा रेल हादसे की जांच का मामला, 'कवच' सिस्टम जल्द से जल्द लागू करने की मांग
Coromandel Express Derail: ओडिशा के बालासोर में 2 जून को 3 ट्रेनें हादसे का शिकार हो गई जिसमें 288 लोगों ने जान गंवा दी है.
Odisha Train Accident: बालासोर रेल हादसे की जांच का मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. विशाल तिवारी नाम के एक वकील ने मामले को लेकर याचिका दाखिल की है. इस याचिका में दुर्घटना से बचाने वाले 'कवच' सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की है.
साथ ही पूर्व जज की अध्यक्षता में जांच आयोग बनाने की मांग की गई है. इसके अलावा, रेलवे सुरक्षा को लेकर भी पूर्व जज की अध्यक्षता में विशेषज्ञ कमिटी बनाने की मांग की गई है.
मनसुख मंडाविया ने हादसे पर दिया ताजा अपडेट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्रेन हादसे में ताजा अपडेट देते हुए बताया, हादसे में 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है. 100 से अधिक मरीजों को क्रिटिकल केयर की जरूरत है और उनके इलाज के लिए दिल्ली एम्स, लेडी हार्डिंग अस्पताल और आरएमएल अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर आधुनिक उपकरणों और दवाओं के साथ यहां पहुंचे हैं. हमने विस्तृत चर्चा की और एक कार्य योजना भी तैयार की गई है. वहीं, अब तक इस हादसे में 288 लोगों की मौत हो चुकी है.
A PIL has been filed in the Supreme Court seeking a probe into the Balasore train accident by an expert panel headed by a retired judge of the Supreme Court.
— ANI (@ANI) June 4, 2023
PIL also seeks guidelines/directions for the implementation of the Automatic Train Protection (ATP) System called KAVACH… pic.twitter.com/ciu9a0jURN
अश्विनी वैष्णन ने बताया हादसे का कारण
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है. उन्होंने कहा, इस हादसे के पीछे जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है जल्द जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी. इस दौरान उन्होंने ये भी साफ किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जो कवच को लेकर कहा वो सही नहीं है. अश्विनी वैष्णव बोले, हादसे का कवच से किसी प्रकार का कोई संबध नहीं है.
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