त्योहारों के चलते और तेजी से बढ़ सकता है कोरोना का कहर, स्वास्थ्य मंत्रालय और डॉक्टर्स ने दी ये सलाह
देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है. लगातार तेजी से बढ़ते आंकडे़ चिंता का विषय बन रहे है. जानकारों के मुताबिक सावधानी नहीं बरती गई तो माहौल साल 2020 के तरह बनते दिखेगा.
भारत में फरवरी के बाद से लगातार कोरोना केस बढ़ रहे है. भारत में कोरोना की दूसरी वेव आ गई है. जानकारों के मुताबिक अगर अभी सावधानी नहीं बरती तो केस और बढ़ सकते है क्योंकि आने वाले दिनों में होली, शब-ए-बारात, बिहू, ईस्टर और ईद-उल-फितर जैसे त्यौहार जिसमें लोग मिलते जुलते है.
ऐसे में कोरोना फैलने का खतरा बढ़ जाता है. वहीं, इसी बीच कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से संक्रमित केस भी मिले है. हालांकि सरकार के मुताबिक केस बढ़ने के पीछे ये वैरिएंट वजह है ये अभी नहीं कहा जा सकता है. ऐसे में आपकी जरा सी चूक साल 2020 जैसे हालात हो सकते है. होली की तस्वीरें आपको याद होंगी जब आप लोगों के साथ जमकर होली खेलते थे. लेकिन अब ऐसी होली इस बार नहीं मना सकेंगे. क्योंकि इस बार कोरोना का खतरा है जो अभी टला नहीं है. जानकारों के मुताबिक अगर जरा सी चूक हुई तो पिछले साल जैसे हालात होंगे.
बीते दिन 257 लोगों की कोरोना से हुई मौत
पिछले 24 घंटो में 59,118 नए संक्रमण के मामले सामने आए है जबकि 257 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है. इसके साथ ही भारत मे कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 1,18,46,652 हो गई. जिसमें से 1,12,64,637 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके है जबकि 1,60,949 लोगों की इस संक्रमण की वजह से जान जा चुकी है. वहीं भारत में 4,21,066 एक्टिव केस हो गए है यानी वो मरीज जिनका इलाज चल रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में दस ऐसे राज्य है जहां पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना संक्रमण के नए मामले तेज़ी से सामने आ रहे है. ये राज्य है महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, हरियाणा और राजस्थान. इन राज्यों में नए संक्रमण के मामले तेज़ी से सामने आ रहे है. पिछले एक हफ्ते में भारत मे कुल 3,12,929 नए मामले रिपोर्ट हुए है जबकि 1,476 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई है.
कोरोना को लेकर लोगों में डर खत्म होना आंकड़ों को बढ़ा रहा
जानकारों के मुताबिक भारत मे केस बढ़ने की तीन बड़ी वजह है, पहली कोरोना को लेकर लोगों में डर खत्म होना. दूसरा लोगों का भीड़ में निकलना, मास्क ना पहना और तीसरा है शादी और फंक्शन में लोगों कोरोना एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन नहीं करना. जानकारों के मुताबिक ये तीन कारण जिनकी वजह से अब केस बढ़ रहे है.
कूपर अस्पताल समेत मैक्स अस्पताल के डॉक्टर्स का कहना है कि, पिछले दिनों हुई लापरवाही के चलते केस बढ़े है. आने वाले दिनों में भी कई त्यौहार है ऐसे में अगर और लापरवाही हुई तो केस काफी ज्यादा तेजी बढ़ेंगे. हाल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को कोरोना के मामले बढ़ते और इस बीच पड़ने वाले त्यौहारों को देखते हुए चिट्टी लिखी. चिट्टी में राज्य सरकारों को आगाह किया गया की त्यौहारों का वक़्त कहीं कोरोना का सुपर स्प्रेडिंग इवेंट न बजाए.
राज्य सरकरों को भीड़वाले कार्यक्रम पर रोकने की सलाह दी गई
साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकरों को भीड़ और भीड़वाले कार्यक्रम पर रोकने की सलाह दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से अतिरिक्त सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखी है कि होली, शब-ए-बारात, बिहू, ईस्टर और ईद-उल-फितर जैसे त्यौहारों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों पर सार्वजनिक जगहों पर भीड़ को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर सख्त कदम उठाए. इसलिए सतर्कता बहुत जरूरी है.
नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वी के पॉल ने भी इसको लेकर चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में अगर त्यौहारों के वक़्त सावधानी नहीं बरती गई तो स्तिथि और खराब हो सकती है. वहीं इस बीच भारत में कोरोना वायरस के म्युटेशन के नए वैरिएंट से संक्रमण के केस भी सामने आए है. कोरोना के नए वेरियंट पर केंद्र सरकार ने पहली बार चिंता जताई. हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया है राज्यो में बढ़ते मामलो का नए वैरिएंट से सीधा संबंध नहीं. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने माना है की ये तीनों वैरिएंट VOC यानी वैरिएंट ऑफ कंसर्न है. ये तीनों काफी संक्रामक है.
771 मरीजों में कोरोना का वेरियंट पाया गया
देश के 18 राज्यों में कोरोना का नए वेरियंट पाया गया. राज्यों की तरफ से 10787 सैम्पल लिए गए थे जिसमें से 771 मरीजों में कोरोना का वेरियंट पाया गया. जिसमे 736 यूके वेरियंट, 34 साउथ अफ्रीकन वेरियंट और 1 में ब्राजीलियन वेरियंट पाया गया. जिन 18 राज्यों में कोरोना के वैरिएंट पाए गए है वो है महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गोआ, गुजरात, हरियाणा कर्नाटक, केरल, लद्दाक, मध्य प्रदेश, ओड़िशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलेंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड और पश्चिम बंगाल.
महाराष्ट्र में कोरोना का बिल्कुल अलग वैरिएंट मिला, ये है E484Q, E484के, N440K. महाराष्ट्र में E484Q+ L452R वैरिएंट पाया गया जिसे एक तरह का डबल वैरिएंट भी कह सकते है.वहीं महाराष्ट्र में 15% से 20% सैंपल में मिलें नए वैरिएंट. महाराष्ट्र के अलावा केरल में भी पाया गया कोरोना का नया वैरिएंट. केरल में N440K नाम का कोरोना का नया वैरिएंट मिला. 14 जिलों में 2032 सैंपल लिए गए. जिसमे 11 जिलों में 123 सैंपल नए वैरिएंट के मिले.
इसके अलावा N440K वैरिएंट आंध्रप्रदेश में 33% सैंपल में मिला था. वैरिएंट N440K तेलंगाना में 53 सैंपल में मिला था. N440K वैरिएंट 16 और देशों में भी पाया गया है. जानकारों के मुताबिक वायरस में म्युटेशन होना स्वाभाविक प्रक्रिया है और होती रहती है लेकिन ये कहना की भारत में हाल में जो केस बढ़े है उसकी पीछे ये वजह है ये अभी नहीं कहा जा सकता है.
कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है- डॉ मीनाक्षी जैन
मैक्स हॉस्पिटल की डॉ मीनाक्षी जैन का कहना है कि, ये साफ है की कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है. कोरोना के मामले कुछ कम हुए थे लेकिन फिर बढ़ने लगे है. कोरोना को लेकर वैक्सीन तो आ गई है लेकिन बावजूद इसके सावधानी जरूरी है.
डॉ संदीप नैयर का कहना है कि, अगले कुछ दिनों बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है खासकर त्योहारों के दौरान. क्योंकि वायरस में म्युटेशन हो रहे है और होंगे. ऐसे में जरा सी चूक, कोरोना संक्रमण बढ़ा रही है.
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