Corona Cases In India: कोरोना के बढ़ रहे हैं मामले, क्या बोले देश के टॉप मेडिकल एक्सपर्ट्स?
Coronavirus Cases In India: डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना के केसों के देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि तैयार रहना हमेशा बेहतर होता है. हमारी तैयारी पूरी होनी चाहिए.
Corona New Variant: देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस अपने पैर पसारने लगा है. डॉक्टरों से लेकर केंद्र सरकार लगातार कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं. इसी कड़ी में 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की थी.
बढ़ते कोरोना के खतरे को लेकर एम्स के पूर्व निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया और मेदांता के मालिक और जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर नरेश त्रेहन ने लोगों को सतर्क रहने के साथ ही सावधानी बरतने की सलाह दी है.
...लेकिन घबराने की जरूरत नहीं- डॉ. गुलेरिया
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनल मेडिसिन, रेस्पिरेटरी एंड स्लीप मेडिसिन के चेयरमैन डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ''मौसम बदलने के साथ रेस्पिरेटरी वायरल इन्फेक्शन के मामले बढ़ रहे हैं. कोरोना और H3N2 के भी केस बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अस्पतालों में भर्ती होने और मृत्यु होने की दर काफी कम है. इनमें ज्यादातर मामले हल्के होते हैं."
#WATCH | Dr Randeep Guleria, Chairman, Institute of Internal Medicine, Respiratory & Sleep Medicine, Director-Medical Education, Medanta says, "Respiratory viral infection cases increase with weather change. COVID-H3N2 will also increase...Need not panic, hospitalisation&deaths… pic.twitter.com/E7GvF5JSmi
— ANI (@ANI) March 23, 2023
'तैयार रहना हमेशा बेहतर होता है'
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने आगे कहा, ''कोरोना के केसों के देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि तैयार रहना हमेशा बेहतर होता है. तैयारी पूरी होनी चाहिए. इसलिए, मेरा मानना है कि मॉक ड्रिल हमेशा अच्छी होती है क्योंकि अगर कोई महामारी या इन मामलों में उछाल आता है तो हम हेल्थ सिस्टम का परीक्षण करते हैं. हमें यह स्वीकार करना होगा कि अस्पतालों में इन मामलों में कोई बढ़ोतरी नहीं देखी जा रही है."
खराब गला और बुखार आना ओमिक्रॉन के जैसे लक्षण
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ नरेश त्रेहान ने कहा कि "दुनिया अभी तक कोरोना से मुक्त नहीं हुई है और एहतियाती उपायों पर वापस जाने की जरूरत है." डॉ. त्रेहान ने कहा, "पिछले दो-तीन महीनों में ऐसा लग रहा था कि कोरोना खत्म होने वाला है, इस दौरान बहुत ज्यादा मामले सामने नहीं आए. कई लोग फ्लू से पीड़ित थे. खराब गला और बुखार आना ओमिक्रॉन के जैसे लक्षण थे. दुनिया अभी तक कोरोना से मुक्त नहीं हुई है. यह हमारी अटकलें थीं कि यह इतनी जल्दी खत्म नहीं होगा क्योंकि यह फ्लू के रूप में वापस आता रहेगा. इस फ्लू के फैलने की क्षमता काफी ज्यादा है."
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने जीनोम सीक्वेंसिंग में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. पीएम मोदी ने कहा था कि इससे नए वैरिएंट पर नजर रखने और समय पर कार्रवाई करने में मदद मिलेगी. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाएं.
एक दिन में कोरोना के 1,300 नए मामले
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,300 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,99,418 हो गई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 7,605 पर पहुंच गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, एक दिन में नए मामलों की यह संख्या बीते 140 दिनों में सबसे अधिक है.