Corona cases In India: देश में कोरोना (Corona) के मामले अभी काफी ज्यादा सामने आ रहे है. देश में आज 22 लाख से ज्यादा एक्टिव केस है और केस पॉजिटिविटी 17.75% है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के मुताबिक कुछ राज्यों जहां केस (Corona Case) और पॉजिटिविटी रेट काफी ज्यादा थे उन में कमी देखी जा रही लेकिन अभी भी कुछ राज्य ऐसे है जहां मामले बढ़ रहे है. इसलिए अभी ये कहना है की कोरोना (Covid) की तीसरी लहर की पीक आ गई है ये कहा नहीं जा सकता है.
गुरुवार को भारत में 2,86,384 नए मामले सामने आए 573 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. देश में 22,02,572 एक्टिव केस है जिनका इलाज चल रहा है वहीं केस पॉजिटिविटी रेट 17.75% है. इसी बीच कुछ राज्य जहां पिछले कुछ दिनों से काफी ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे थे वहीं कमी दर्ज की जा रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओढ़िशा, हरियाणा और पश्चिम बंगाल में नए मामलों के अलावा केस पॉजिटिविटी में भी कमी देखने को मिल रही है. महाराष्ट्र में पिछले हफ्ते कुल 29164 केस सामने आते थे वो इस हफ्ते 279356 नए मामले रिपोर्ट हुए है. वहीं पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो 23.7% से घटकर 23.3% हुई है.
इसी तरह उत्तर प्रदेश में पिछले हफ्ते 111507 नए मामले थे जो अब घटकर 98211 हो गए है और पॉजिटिविटी रेट 8.7% से 7.3% हुई है. दिल्ली में जहां पिछले हफ्ते 130250 मामले रिपोर्ट हुए थे अब 63031 मामले आए थे और पॉजिटिविटी रेट 29.1% से 14.7% हो गई है.
ओड़िशा में पिछले हफ्ते 75547 केस थे जो घटकर 58174 मामले हो गए है इस हफ्ते, वहीं केस पॉजिटिविटी 16.1% से 13% हो गई है. हरियाणा में पिछले हफ्ते 60821 केस आए थे जो इस हफ्ते घटकर 53869 हो गए है और पॉजिटिविटी रेट 31% से घटकर 27% हुई है. वहीं पश्चिम बंगाल में पिछले हफ्ते 111376 मामले थे जबकि इस हफ्ते 50293 मामले आए है और पॉजिटिविटी रेट 23.8% से कम होकर 9.5% हो गई है.
लेकिन जहां कुछ राज्यों में कमी आई तो कुछ राज्यों में मामले अभी काफी ज्यादा आ रहे है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में केस और पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहे है. यानी कुछ राज्य में केस कम हुए है तो कुछ में अभी बढ़ रहे है. इसलिए ये कहना की केस कम हो गए और पीक आ गई है या चल रही है ये नहीं कहा जा सकता है.
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले साल दूसरी लहर के दौरान 7 मई 2021 के दिन 3,679 मौत हुई थी मामले 4,14,188 आये थे उस वक़्त 3% जनसंख्या को टीका लगा था और 17,40,446 टेस्ट किए थे. वहीं इस साल तीसरी लहर के दौरान 21 जनवरी को 3,47,254 नए मामले सामने आए थे और मौत 435 हुई और करीब 75% वैक्सीनशन था. यानी पिछले साल इतने ही टेस्ट किए गए थे लेकिन केस ज्यादा थे लेकिन इस बार केस कम आए है. लेकिन इसे ये नहीं कहा जा सकता है की पीक आ गई है या केस कम होना शुरू हो जाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि जैसे हमने आपको बताया कि सर्टेन जियोग्राफी एक्रॉस द कंट्री में कुछ प्रांत ऐसे है जहां केस में प्लेटु नोट किया गया है, कुछ हद तक वहां पॉजिटिविटी यानी इन्फेक्शन स्प्रेड में भी कमी नोट की गई है लेकिन देश में ऐसे कुछ प्रांत भी जहां आज भी इन्फेक्शन बढ़ रहा है केस की संख्या बढ़ रही है. तो ओवरऑल बड़ी तस्वीर के रूप में हमारे सामने आना बाकी है इसको एनालिसिस करने की जरूरत है. इसको पीक और नॉन पीक पर एनालाइज ना करें, जो केस टार्जेक्ट्री है वो किस दिशा में जा रही है और उसको हमें मैनेज करने की जरूरत है.
फिलहाल कुछ राज्यों केस और संक्रमण दर कम हुई है लेकिन इतनी नहीं है की ये कहा जाए की खतरा खत्म हो गया है. वहीं कुछ राज्यों में अभी हालत चिंताजनक बने हुए. ऐसे सावधानी और टीका ही सबसे बड़ा बचाव है.
Punjab Elections: बीजेपी ने 27 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, जानें- कौन कहां से लड़ेगा चुनाव