भारत के कुछ राज्यों कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है. खासतौर पर 10 राज्यों कोरोना के मामले लगतार बढ़ रहे है जिसको देखते हुए केंद्र सरकार ने हाई लेवल मल्टी डिसिप्लिनरी टीम भेजी है जो वजह का पता लगाने के साथ रोकथाम में मदद करेगी.


लेकिन केस अभी क्यों बढ़ रहे है इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है. जानकारों और सरकार का मानना है की इसकी सबसे बड़ी एक वजह है  लोग इस बीमारी और वायरस को लेकर लापरवाह हो गए है जिसकी वजह से दुबारा कोरोना के मामले बढ़ रहे है. महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़, गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर. ये वो राज्य है जहां लगातार कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ रहे है. खास तौर पर महाराष्ट्र और केरल में.


पिछले एक हफ्ते में, 12 राज्यों में 100 से ज्यादा औसत नए मामले आये सामने


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक हफ्ते में, 12 राज्यों में 100 से ज्यादा औसत नए मामले सामने आए हैं. ये राज्य है महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, दिल्ली और हरियाणा हैं. इनमें दो राज्य, केरल और महाराष्ट्र दोनों पिछले एक हफ्ते में औसतन 4 हज़ार से ज्यादा नए मामलों की रिपोर्ट हुए है.


वहीं पिछले 24 घण्टों में सामने आए नए मामलों में से 86.15% 6 राज्यों के हैं. इसमे महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा  6,218 नए मामले सामने आए है. इसके बाद केरल का नंबर है जहां 4,034 नए मामले है. जबकि तमिलनाडु में 442, पंजाब में 414, कर्नाटक 383 और गुजरात 348 नए मामले दर्ज किए हैं. इसी तरह पिछले 24 घंटों में 104 मौतें हुई है कोरोना से. पिछले 24 घंटो में हुई मौतों में 81.73% मौत सिर्फ पांच राज्यों में हुई है. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 51 लोगो की जान कोरोना संक्रमण से हुई है. वहीं केरल में 14, पंजाब में 10, तमिलनाडु में 6 और कर्नाटक में 4 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है.


कुछ राज्यों में कोरोना मामले काफी तेजी से बढ़े रहे है


इन आंकड़ो से साफ है की भारत मे एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे है और कुछ ही राज्यों में ये मामले काफी तेजी से बढ़े है. जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाई लेवल मल्टी दिससिप्लिनरी टीम 10 राज्यों में भेजीं है जहां कोरोना के मामले बढ़ रहे है. ये राज्य है महाराष्ट्र, केरल, छसत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर. ये टीम मामले क्यों बढ़ रहे है और इसे कैसे कम किया जाए इसका पता लगाएगी और राज्य सरकारों को इसमे मदद करेगी.


वहीं इस बीच भारत मे भी महाराष्ट्र, केरल और तेलेंगाना में दो वैरिएंट मिले है. ये कोरोना वायरस के वैरिएंट है जो वायरस की जीनोम सिक्वेंसिंग में सामने आए है. ये उन राज्यों में मिले है जहां केस बढ़े है तो क्या ये वजह है कोरोना के मामले बढ़ने की. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ये वैरिएंट पहले भी मिले है और इनसे कोई नुकसान नहीं देखने को मिला है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक जो दो नए वेरिएंट या स्ट्रेन N440K और E484Q मिले हैं इनको भारतीय स्ट्रेन या वेरिएंट कहना सही नहीं है क्योंकि दुनिया के दूसरे देशों में भी मिल चुका है और भारत में भी ये इससे पहले भी मार्च और जुलाई में बीते साल डिटेक्ट हो चुका है. वहीं इस वैरिएंट की वजह से बढ़े है ये अभी साफ नहीं है इसका पता लगाया जा रहा है.


मामलो के बढ़ने की वजह टीम पता लगा रही


 डॉ वी के पॉल, स्वास्थ्य सदस्य, नीति आयोग का कहना है कि, “दो वैरिएंट N440K और E484Q इसके बारे में कहना चाहते हैं कि हमने भी इसको डिटेक्ट किया है. महाराष्ट्र, तेलेंगाना और केरल में पाए गए है. लेकिन ये इन जगहों पर surge के जिम्मेदार नहीं है.”


वहीं ये मामले क्यों बढ़े है इसका टीम पता लगाएगी लेकिन जानकारों और नीति आयोग में स्वास्थ्य सदस्य डॉ पॉल के मुताबिक लोगों का बर्ताव और ये मानना की बीमारी खत्म हो गई है एक बड़ी वजह है. उनके मुताबिक कोरोना के कम होते मामलों को देख कई लोगों ने ये मान लिया कि बीमारी खत्म हो गई जबकि ऐसा नहीं है.


डॉ वी के पॉल, सदस्य नीति आयोग का कहना है कि, “केस जो बड़े है कुछ जगहों पर एक चीज के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि क्या वैरीअंट आ गए हैं उसकी वजह से है तो उसका जहां तक सवाल का जवाब मिला है आज तक उसको हमने आपको बताया है. दूसरी बात और क्या वजह हो सकती हैं स्पैकुलेट करने वाली बात है हमारी टीम में गई हैं इसी चीज को गहराई से समझने के लिए. लेकिन इस वक्त यही कहा जा सकता है जो प्रिंसिपल पांडेमिक को कंट्रोल करने में सक्षम करते हैं उनके ऊपर हमारा जोर पुरा रहना चाहिए और क्यों की जब कम कैसे कम होते हैं सब की लापरवाही बढ़ जाती है यह आम देखने में भी आया है. यह भी स्पैकुलेट क्या रह सकता है क्योंकि एक जनरल सी भावना आई है कि केस खत्म हो गए हैं तो हम सिर्फ है ऐसा नहीं है तो उसके ऊपर हमें तवज्जो देनी है और दूसरा हमें यह भी याद रखना चाहिए कि जैसे जैसे जिंदगी नॉर्मल होती है पापुलेशन एक्सचेंज होता है जगहों पर मिलते हैं लोग वर्कस्पेस पर मिलते हैं लोग तो कुछ चीजें कंट्रोल के बाहर हो जाती हैं तो किसी हद तक जो अपने बिहेवियर में क्या कोई कमी आई है इस की भी संभावना है बाकी हमारी टीम जाएंगी और जब वह रिपोर्ट आएगी तब बता पाएंगे”


केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट तेज़ करने की सलाह दी


वहीं लोगों का ये मनना की बीमारी खत्म हो गई और कोरोना को लेकर बने नियमों का पालन न करना भी एक बड़ी वजह है. अनलॉक के बाद से चीजें खुलती चली गई लेकिन लोगों से मास्क पहने, दूरी बनाए रखने जारी रखना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस बीच केंद्र सरकार और राज्य सरकार फिर एक बार हरकत में आई है. केंद्र सरकार ने एक ओर जहां राज्यों  में केंद्रीय टीम भेजी है. बढ़ते मामलों को कंट्रोल करने के लिए वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषम ने सात राज्यों को चिट्टी लिखकर टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट तेज़ करने की सलाह दी है. ये राज्य है महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब और जम्मू और कश्मीर. इन राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने के साथ साथ किसी भी लक्षण वाले व्यक्ति का एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी RTPCR टेस्ट करवाया. वहीं जहां मामले बढ़ रहे है वहां पर सख्ती से कन्टेनमेंट ज़ोन बनाये और ट्रेसिंग कराए.


इसके अलावा मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव ने पांच राज्यों को चिट्ठी लिखकर उन जिलों में हैल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्करों के वैक्सीनेशन को तेज करने की सलाह दी है जहां लगातार केस बढ़ रहे है. ऐसे में तेज़ी से इनका टीकाकरण करें क्योंकि ये सभी इलाज, कन्टेनमेंट और सर्विलांस जैसे कामो में जुटे होते है और इनके संक्रमित होने का खतरा होता है. इसी बारें में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अपर सचिव डॉ मनोहर अगनानी ने पांच राज्यों को चिट्टी लिखी है. ये राज्य है पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर.


महाराष्ट्र में 6 जिलों में तेजी से बढ़ रहे मामले


पंजाब में तीन जिलों में मामले बढ़ रहे है, एसबीएस नगर, कपूरथला और श्री मुक्तसर साहिब. वहीं महाराष्ट्र में 6 ज़िले पुणे, नागपुर, मुम्बई सबअर्बन, थाने, अमरावती और अकोला. मध्य प्रदेश के तीन ज़िले इंदौर, भोपाल और बैतूल में मामले बढ़ रहे है. वहीं छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव और जम्मू कश्मीर के पुलवामा में मामले लगातार बढ़ रहे है. इन राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को चिट्ठी लिखकर कहा गया की जल्द हैल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करो का टीकाकरण करवा लें.


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