नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जानलेवा कोरोना वायरस के मामलों में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोत्तरी के चलते अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने की चिंता दिल्ली सरकार को सता रही है. इसे लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पत्र लिखकर दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1,092 बेड्स बढ़ाने को कहा है, जिनमें 300 ICU बेड्स भी शामिल हैं. बेड्स बढ़ाने के साथ ही पर्याप्त संख्या में सपोर्ट स्टाफ भी बहाल किया जाये जो इन अतिरिक्त बेड्स पर मरीज़ों की देखभाल कर सकें.
पत्र में केजरीवाल ने डॉ वीके पॉल समिति की रिपोर्ट का ज़िक्र करते हुए लिखा है कि समिति की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में ठंड, प्रदूषण और त्योहार का सीज़न होने के चलते 11,909 मामले प्रतिदिन सामने आ सकते हैं. इस संख्या के लिहाज़ से दिल्ली में 20,604 कोविड बेड्स की ज़रूरत होगी. इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने पत्र में लिखा है कि एंपावर्ड ग्रुप की तीसरी रिपोर्ट के हिसाब से करीब 4900 बेड्स की कमी है. जिनकी संख्या दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के अस्पतालों में बढ़ानी होगी.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, 'बेड्स बढ़ाने के लिए हमने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है. केंद्र सरकार ने दो-ढाई महीने पहले कहा था कि एक हजार के करीब बेड बढ़ाए जाएंगे. हमने चिट्ठी लिखकर कहा है कि केंद्र अपने कोरोना अस्पतालों में ये एक हजार बेड्स बढ़ाए और साथ ही 300 के करीब आइसीयू बेड्स भी बढ़ाए जाएं'.
दिल्ली में फिलहाल कुल कोरोना बेड की संख्या 16508 है. दिल्ली सरकार में कोरोना एप में दी गई जानकारी के मुताबिक बुधवार दोपहर 1 बजे तक दिल्ली में 8487 बेड भरे हुए हैं जबकि 8021 बेड अभी ख़ाली हैं. वेंटिलेटर के साथ कोविड-19 ICU बेड की कुल संख्या 1270 है. जिसमें से 1108 आईसीयू बेड भरे हुए हैं और मात्र 108 आईसीयू बेड ख़ाली हैं. बिना वेंटिलेटर वाले कोविड-19 के ICU बेड की कुल संख्या 2066 है जिसमें से 1718 आईसीयू बेड पर मरीज़ भर्ती हैं, जबकि 348 बेड ख़ाली पड़े हैं.