नई दिल्ली: कोरोना के आगे दुनिया बेबस है. हर देश कोरोना से परेशान है तो वहीं राजस्थान में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का फ़ैसला लिया गया है. कोचिंग सिटी कोटा में भी सभी कोचिंग संस्थान 30 मार्च तक के लिए बंद कर दिए गए हैं.


कोचिंग नगरी में लग गया है कोरोना का कर्फ्यू


देश के कोचिंग हव कोटा में कोरोना के चलते सभी कोचिंग संस्थान बंद हैं. 30 मार्च तक कोचिंग को बंद करने का फ़ैसला लिया गया है. कोचिंग संस्थान सुनसान हो गए हैं और स्टूडेंट होस्टल में क़ैद होने पर मजबूर हैं. जिन इलाक़ों में पैर रखने की जगह नही होती थी वो सड़के ख़ाली नज़र आने लगी हैं.


वहीं होस्टलो में भी एडवाइज़री जारी हुई है. कहा गया है कि छात्र होस्टल में जब भी दाखिल हो या बाहर जाए तो पूरी सावधानी से जाए. कोचिंग संस्थान बच्चों की पढ़ाई को लेकर भी चिंतित हैं तो उनके लिए पढ़ाई की सामग्री ऑनलाइन ही मुहैया करवाने के कोशिश की जा रही है.


होस्टल संचालक भी कोरोना को लेकर अलर्ट है. होस्टल्स से छात्रों को बाहर नही जाने दिया जा रहा है. जरूरी काम होने पर ही छात्र बाहर जा रहे हैं. अगर कोई छात्र बाहर जाता है तो वो मास्क लगा कर भेजा जाता है और लौटते वक्त उसको सेनेटाइज़ करवा कर ही अंदर भेजा जा रहा है. होस्टल स्टाफ़ मास्क लगा कर काम कर रहे हैं.


ये स्टूडेंट्स कोटा में रह कर अपनी तैयारी कर रहे हैं. लगभग सबका सिलेबस कंप्लीट करवाया जा चुका है. पेपर होने वाले थे लेकीन कोरोना की वजह से स्थगित कर दिए गए हैं. फिलहाल छात्र-छात्राएं या तो ग्रुप स्टडी कर रहे हैं या सेल्फ स्टडी करके अपनी तैयारी कर रहे हैं. साथ ही कोचिंग की ओर से मेडिकल स्टाफ भी नियुक्त किया गया है. जो कोचिंग ओर होस्टल में जाकर छात्र छात्राओं को कोरोना के खतरे से अवेयर कर रहा है.


इंजीनियरिंग और मेडिकल का हव कोटा भी कोरोना को लेकर अलर्ट पर आ गया है. कोचिंग सिटी में एतियायातन सभी कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए. कोटा में देश भर से आए क़रीब 2 लाख कोचिंग छात्र मेडिकल ओर इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए आते हैं. राजस्थान के सीएम के निर्देश के बाद सभी कोचिंगो ने कोचिंग संस्थानो को बंद करने का फ़ैसला लिया है.