नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को लेकर चिंता लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन इस सबके बीच दिल्ली सरकार की मानें तो एक राहत की खबर यह है कि स्वस्थ होकर घर जाने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. आज की तारीख में कुल मरीजों में से करीबन 28 फीसदी लोग कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं.
दिल्ली में मामले बढ़ने के साथ ही स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में भी हुई बढ़ोतरी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक दिल्ली के ताजा आंकड़े के मुताबिक 2156 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए थे. जिनमें से 611 स्वस्थ हो गए हैं जबकि 47 मरीजों की मौत हुई है. लेकिन यह आंकड़े यह दिखाते हैं कि जहां एक तरफ तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है तो दूसरी तरफ स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. जो निश्चित तौर पर एक अच्छा संकेत भी है क्योंकि यह दिखाता है कि बड़ी संख्या में लोग कोरोना को हरा भी रहे हैं.
व्यापारी की मौत के बाद आजादपुर मंडी में बरती जा रही है सावधानी
दिल्ली के आजादपुर में हुई मौत के मामले पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है की सरकार ने पहले से ही कोशिश की है कि आजादपुर मंडी से भीड़ को कम किया जा सके. इसी वजह से 24 घंटे मंडी खोलने का आदेश जारी किया गया है. इसके साथ ही इस घटना के सामने आने के बाद अब जल्द ही बड़े पैमाने पर रैपिड टेस्ट भी करवाए जाएंगे और सैनिटाइजेशन का काम भी लगातार किया जा रहा है.
रैपिड टेस्ट पर आईसीएमआर के अगले आदेश का इंतजार
रैपिड टेस्ट पर लगातार उठे सवालों पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि फिलहाल वह आईसीएमआर के अगले आदेश का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि आईसीएमआर ने अगले दो दिन तक रैपिड टेस्ट करने पर रोक लगा रखी है. हालांकि सतेंद्र जैन ने ये जरूर साफ किया कि रैपिड टेस्ट के शुरुआती 7 दिनों में नतीजे ज्यादा अच्छे हो ही नहीं सकते क्योंकि उस दौरान शरीर में एंटीबॉडीज कमजोर हो जाती हैं.
लेकिन जैसे जैसे दिन आगे बढ़ते हैं रैपिड टेस्ट के नतीजे बेहतर होते जाते हैं क्योंकि एंटीबॉडीज फिर एक बार अच्छे तरीके से काम करने लगती हैं. जो ये दिखाता है कि इंसानी शरीर के अंदर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ रही है लेकिन फिर भी अब रैपिड टेस्ट करवाने के लिए आईसीएमआर के अगले आदेश का इंतजार किया जा रहा है.
कोरोना संक्रमित मरीजों और संदिग्धों के लिए अलग कूड़ेदान का प्रावधान
इसके साथ ही दिल्ली सरकार अब केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के पालन की भी बात कर रही है. जिसके तहत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने देश के सभी राज्यों की सरकारों, नगर निगमों और अस्पतालों को सलाह दी थी कि वो कोरोना संक्रमित या कोरोना संक्रमण के संदेह के घेरे में आए लोगों के लिए अलग-अलग कूड़ेदान का इस्तेमाल करें एक कूड़ेदान लाल रंग का हो और एक पीले रंग का.
दिल्ली सरकार के मुताबिक जैसे ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी ने दिशानिर्देश दिया था उसी दिन से ही दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ये शुरू हो गया है इसका मकसद यही है कि कोरोना संक्रमित मरीजों से जुड़ा हुआ कोई भी सामान/कूड़ा पूरे एतिहात के साथ ही नष्ट किया जाए. जिससे कि उस कूड़े से किसी और को संक्रमण ना हो.
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