कोरोना महामारी: मोदी सरकार से कांग्रेस की मांग, हर जनधन, पेंशन और पीएम किसान खाते में डाले जाएं 7500 रुपये
कोरोना महामारी की चुनौती से उपजे स्वास्थ्य और आर्थिक संकट से देश को उबारने के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी में एक परामर्श समिति गठित की है. इसी समिति ने केंद्र सरकार से ये सिफारिश की है.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने मोदी सरकार से हर जन धन खाते , प्रधानमंत्री किसान खाते और बुजुर्ग, विधवा और विकलांग के पेंशन खाते में 7500 रुपए भेजने की मांग की है. कांग्रेस ने केन्द्र सरकार से कहा कि कोरोना वायरस के चलते गरीब लोगों के रोज़गार ख़त्म हो गए है ऐसे में वो दो वक्त की रोटी खा सके इसके लिए सभी जन धन खाते में सरकार की तरफ़ से 7500 रू तुरंत भेजे जाने चाहिए.
पूर्व मंत्री और कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा , लघु उद्योग पूरी तरह से ख़त्म हो गए हैं. ऐसे में जन धन खाते के साथ साथप्रधानमंत्री किसान खाते , बुजुर्ग, विधवा और विकलांग खाते में भी केन्द्र सरकार को तुरंत 7500 रू भेजे जाएं ताकि अगले एक महिने तक इन तमाम ज़रूरत मंदो की रोटी का इंतज़ाम हो सके.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन दिन पहले ही पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में एक विचार विमर्श समूह का गठन किया था, जिसमें राहुल गांधी, पी चिदंबरम समेत कांग्रेस के कुल 11 नेता हैं. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में आज इस समूह की पहली बैठक हुई जिसमें इस बार पर ज़ोर दिया गया कि इन तमाम खातों में केन्द्र सरकार को 7500 रू भेजने चाहिए.
दराअसल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी “न्याय” योजना लेकर आए थे जिसमें लगभग 25 करोड़ गरीब लोगों के खाते में कांग्रेस की सरकार बनने पर 7500 रू भेजे जाने थे लेकिन कोरोना महामारी पर जब राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस की तो उन्होंने कहा था , भले ही न्याय योजना का नाम बदल दीजिए लेकिन गरीब लोगों के खाते में 7500 रू मोदी सरकार को भेजने चाहिए और आज की विचार विमर्श कमेटी ने भी इसी बात पर ज़ोर दिया.
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