नई दिल्ली: कोरोना संकट से पूरा देश जूझ रहा है और बड़ी संख्या में पलायन ने सरकारों को परेशानी में डाल दिया है. शनिवार को दिल्ली की सड़कों पर लोगों के पलायन की कई तस्वीरें सामने आईं. बेबसी और मजबूरी की जीती जागती कई कहानियां देखीं. लेकिन झकझोर देने वाली इन तस्वीरों और कहानियों के बीच कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनकी वजह से इंसानियत आज भी जिंदा है.


ऐसे ही एक शख्स हैं सिक्योरिटी गार्ड राजबीर. दिल्ली की बाहरी रिंग रोड पर भलस्वा फ्लाइओवर के पास बने फुटओवर ब्रिज पर राजबीर चौकीदारी करते हैं. पूरे देश मे लॉकडाउन है लेकिन राजबीर उन ज़रूरी सेवाओं का हिस्सा हैं जिन्हें काम पर रहना है. बतौर कोरोना सेनानी तो वो अपनी ज़िम्मेदारी निभा ही रहे हैं साथ ही इंसान होने के नाते इंसानियत का फर्ज निभाना भी नहीं भूले हैं.


दरसअल बाहरी रिंग रोड के रास्ते पलायन कर रहे लोगों में कई लोग थककर इस फुटओवर ब्रिज के नीचे छाया में आराम करने के लिए बैठ जाते हैं. एबीपी न्यूज़ की टीम को सिक्योरिटी गार्ड राजबीर कुछ लोगों को पानी देते दिखाई दिये. जब हमने राजबीर से पूछा कि क्या वो इन लोगों के साथ हैं तो उन्होंने बताया कि उनकी 24 घंटे ड्यूटी इसी फुटओवर ब्रिज पर ही होती है. पिछले तीन चार दिनों में ऐसे हज़ारों लोग यहां से गुजरे हैं. जब कोई रुककर पानी मांगता है तो अपने पास रखा पानी वो लोगों को पीने को दे देते हैं. यहां पानी का कोई नल नहीं है इसलिए रास्ते से जब कोई पानी का टैंकर गुज़रता है तो वो उससे पानी भरकर रख लेते हैं.


राजबीर का कहना है कि उनके परिवार का भी कोई कभी ऐसी परेशानी में हो सकता था. भले ही वो किसी को जानते नहीं हैं लेकिन मुसीबत की इस घड़ी में वो कम से कम इतनी मदद तो लोगों की कर ही सकते हैं. आपदा की इस स्तिथी में अपने कर्म के साथ साथ इंसान होने का धर्म निभाते राजबीर जैसे लोग वाकई मिसाल हैं.


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