देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार पर ब्रेक लग चुकी है. अब कोरोना को हराने के लिए हर तरह के उपाय किए जा रहे हैं. चूंकि कोरोना पर काबू पाने का अब तक एक मात्र उपाय सतर्कता और वैक्सीनेशन है, इसलिए वैक्सीनेशन अभियान को तेज किया जा रहा है. दूसरी ओर सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र अतिरिक्त सतर्कता बरत कर ही कोरोना पर काबू पा रहा है. इसी क्रम में महाराष्ट्र एक अनोखा प्रयोग कर रहा है. महाराष्ट्र में गांवों को जागरूक करने के लिए कोरोना मुक्त ग्रामीण प्रतियोगित Corona-free village competitions का आयोजन किया जा रहा है.


प्रत्येक राजस्व मंडल में तीन पुरस्कार
गांवों के लोगों को कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के प्रति सजग करने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री हासन मुशरिफ ने बताया कि जो भी गांव कोविड-19 से निपटने के लिए इसका प्रबंधन बेहतर ढंग से करेगा, उसे विलेज पंचायत को अवार्ड दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रत्येक राजस्व मंडल के लिए अलग-अलग अवार्ड दिए जाएंगे. ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि जो पंचायत सबसे बेहतर करेगा उसे पहला पुरस्कार 50 लाख रुपये का मिलेगा जबकि दूसरे नंबर पर रहने वाले गांवों को 25 लाख रुपये मिलेंग. तीसरे नंबर पर रहने वाले गांवों को भी निराश नहीं किया जाएगा और उसे 15 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा.


अब तक 22 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन 
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब 22.09 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. इनमें से 99.12 लाख हेल्थ वर्करों को कम से कम एक डोज लगी चुकी है जबकि 68.15 लाख हेल्थ वर्करों को वैक्सीन की दोनों खुराक दी जा चुकी है. इसी तरह 1.59 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन की पहली खुराक और 85.77 लाख फ्रंटलाइन वर्करों को दोनों खुराक दी जा चुकी है. 


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